पूर्व घोषित एलान के तहत शुक्रवार सुबह सुबह भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की अगुवाई में बैरिकेड तोड़ किसान जीटी रोड पर पर पहुंचे। शहीद उधम स्मारक परिसर में एकत्रित हुए। यहां मंडी के नोडल अधिकारी कपिल शर्मा किसानों के बीच पहुंचे
पहले वाली खरीद प्रक्रिया शुरू कराने की मांग को लेकर आढ़ती शुक्रवार को आमरण अनशन पर बैठ गए हैं और धान की सरकारी खरीद शुरू न होने से नाराज किसान सड़कों पर उतर आए हैं। शाहाबाद में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (जीटी रोड) पर जाम कर दिया। दोपहर एक बजे से लगा जाम देर रात तक जारी रहा। वाहनों की लंबी कतार लग गई।
पुलिस ने रूट डायवर्ट कर यातायात को सुचारु करने का प्रयास किया। बड़ी संख्या में लोगों ने रेलवे स्टेशनों की ओर कूच किया। उपायुक्त और एसपी के समझाने के बावजूद हाईवे से किसान हटने को तैयार नहीं हुए और धान खरीद शुरू कराने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने जबरन हाईवे से हटाने पर पूरे प्रदेश में जाम लगाने की भी चेतावनी दी।
हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को किया आगाह
राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (जीटी रोड) जाम करने पर जनता को होने वाली परेशानी को देखते हुए एडवोकेट रणदीप तंवर ने शुक्रवार देर रात पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। जस्टिस एजी मसीह की खंडपीठ के समक्ष देर रात तक जन सुनवाई के बाद हरियाणा सरकार को आगाह किया है। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया है कि किसान यूनियन द्वारा नेशनल हाईवे को जाम करने को लेकर दी गई कॉल के कारण आम आदमी को कोई परेशानी ना हो। इसके साथ ही ट्रैफिक सुचारू रूप से चलता रहे यह सुनिश्चित करने का हरियाणा सरकार को आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने किसान नेता गुरनाम सिंह को याचिका में प्रतिवादी बनाने का आदेश दिया है।
बैरिकेड तोड़ किसान जीटी रोड पर पहुंचे
पूर्व घोषित एलान के तहत शुक्रवार सुबह सुबह भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की अगुवाई में बैरिकेड तोड़ किसान जीटी रोड पर पहुंचे। शहीद उधम स्मारक परिसर में एकत्रित हुए। यहां मंडी के नोडल अधिकारी कपिल शर्मा किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार ने किसानों की प्रति एकड़ 22 से 28 क्विंटल धान खरीद करने की मांग मान ली है लेकिन धान की सरकारी खरीद शुरू करने को लेकर अभी अधिकारियों से बातचीत चल रही है।
इसके बाद चढूनी ने प्रशासन को 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया कि अगर धान खरीद के लिए सकारात्मक पहल नहीं हुई तो जीटी रोड जाम किया जाएगा। तय अवधि में प्रशासन की ओर से संज्ञान नहीं लेने पर किसान ट्रैक्टर ट्रालियों समेत जीटी रोड जाम करने पहुंचे। पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी। साथ ही पांच ड्यूटी मजिस्ट्रेट और तीन डीएसपी के साथ करीब 200 पुलिस के जवान तैनात किए गए थे।
किसानों के सामने पुलिस-प्रशासन के सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए और बैरिकेडिंग तोड़कर पुलिस थाने के सामने ही वाहनों से जीटी रोड जाम कर दिया। इस दौरान अधिकारियों ने कृषि मंत्री की ओर से एक अक्तूबर से खरीद शुरू कराने के बयान का हवाला दिया पर किसान तत्काल सरकारी खरीद की मांग पर डटे रहे। हजारों की संख्या में राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रात तक समाधान नहीं होने पर किसानों ने जीटी रोड पर ही टेंट लगा दिया और खरीद शुरू होने तक जाम रखने का एलान किया।
कैथल और यमुनानगर में भी हाईवे पर उतरे किसान-आढ़ती
किसानों ने दोपहर करीब 12 बजे जींद-कैथल मार्ग पर जाखौली में भी जाम लगाया और मार्केट कमेटी के कार्यालय में तालाबंदी भी की। दो घंटे के बाद एसडीएम संजय कुमार के आश्वासन के बाद जाम खोला। चीका में भी उधम सिंह चौक पर कैथल-पटियाला राजमार्ग पर दोपहर एक बजे से दो बजे तक जाम लगाया।
यमुनानगर में अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद भी सुनवाई न होने से नाराज आढ़तियों के साथ किसानों ने अंबाला-सहारनपुर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने से बात नहीं बनी तो एसडीएम जगाधरी सुशील कुमार मौके पर पहुंचे। करीब 20 मिनट बाद आढ़तियों ने एसडीएम से वार्ता की और ज्ञापन सौंपा। इस दौरान करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा।
पांचवें दिन भी मंडियां रही बंद
प्रदेशभर की अनाज मंडियां शुक्रवार को पांचवें दिन भी बंद रहीं। इसके बावजूद आढ़तियों और हरियाणा सरकार के बीच कोई संवाद नहीं हो सका है। इस कारण हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अशोक गुप्ता व स्टेट चेयरमैन रजनीश चौधरी की अगुवाई में करनाल अनाज मंडी में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इसमें कुल सात आढ़ती बैठे हैं।
आढ़तियों ने एलान किया कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वह आमरण अनशन जारी रखेंगे। प्रदेशभर की मंडियां बंद रहेंगी। आढ़तियों का कहना है कि किसानों का धान पककर खेतों में खड़ा है लेकिन सरकार ने अभी धान खरीद नीति भी जारी नहीं की है। खरीद को 15 सितंबर से शुरू किया जाना चाहिए था। आढ़तियों को 2.5 प्रतिशत आढ़त दी जानी चाहिए, मंडी शुल्क व एचआरडीए को सिर्फ एक प्रतिशत किया जाना चाहिए। सरकारी खरीद का भुगतान किसान की इच्छा पर किसान के या आढ़तियों के खाते में दिया जाना चाहिए।
साजिश बर्दाश्त नहीं करेंगे: आढ़ती
आढ़तियों का कहना है कि हरियाणा सरकार एक सोची समझी साजिश के तहत अनाज मंडियों और आढ़तियों को खत्म करने पर तुली है। इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुबह 11.30 बजे से सात आढ़ती एसोसिएशन के नेता मंडी के स्टेज शेड पर आमरण अनशन पर बैठ गए।
इसमें प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता, स्टेट चेयरमैन एवं जिला करनाल के अध्यक्ष रजनीश चौधरी, राज्य कोषाध्यक्ष व शाहाबाद मंडी प्रधान स्वर्णजीत सिंह कालड़ा, सीनियर उपाध्यक्ष व जिला यमुनानगर प्रधान शिव कुमार संधला, उपाध्यक्ष व जींद जिला अध्यक्ष राजपाल लाठर, राज्य कार्यकारिणी सदस्य व सिरसा मंडी के उप प्रधान प्रेम बजाज और मतलौडा मंडी प्रधान विजय छाबड़ा शामिल हैं।
इस मौके पर प्रदेश महासचिव विकास सिंघल, कैथल जिला प्रधान अश्विनी सुरेवाला, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामअवतार तायल, जिला कुरुक्षेत्र प्रधान चौधरी बनारसीदास, गोहाना मंडी प्रधान विनोद सेहरावत, लाडवा से किसान नेता बलदेव राठी, करनाल मंडी से राज कुमार सिंगला, बग्गा सिंह, राजेंद्र गुप्ता, रिंकू, मुनीष, कुरुक्षेत्र मंडी प्रधान दौलत राम बंसल आदि कई मंडियों से आढ़ती पहुंचे।