नेशनल मास्टर प्लान (NMP) की हरियाणा में दूसरी मीटिंग पूरी हो चुकी है. मीटिंग में 97 करोड़ के 5 प्रोजेक्टों की मंजूरी प्रदान की गई है. इन प्रोजेक्टों के जरिए सोनीपत के राई और बरही इंडस्ट्रियल एस्टेट कीे सूरत बदली जाएगी. इसके साथ ही रेवाड़ी और गुरुग्राम जिलों में भी सड़क तंत्र को मजबूत करने के लिए कार्य शुरू होगा.

सड़कों पर खर्च होंगे 16 करोड़
मीटिंग में CS संजीव कौशल ने बताया कि इंडस्ट्रियल पार्क और इकोनॉमिक जोन में कनेक्टिविटी को Strong करने के लिए सोनीपत के राई में सेक्टर -38, फेस -2, इंडस्ट्रियल एस्टेट में सड़कों को चौड़ा किया जाएगा. इस पर लगभग 16.13 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह इंडस्ट्रियल एस्टेट लगभग 375 एकड़ क्षेत्र में फैला है. इस परियोजना की पीएम गति शक्ति NMP पर मैपिंग पूरी कर ली गई है.

उत्पन्न होंगे रोजगार के अवसर
सोनीपत के बरही इंडस्ट्रियल एस्टेट फेज-1 में 11.52 करोड़ रुपए की लागत से सड़कों के सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. 275 एकड़ में फैले इस इंडस्ट्रियल एस्टेट में वर्तमान में 472 औद्योगिक इकाइयां संचालित हैं. बेहतर आधारभूत ढांचा विकसित होने से कई औद्योगिक इकाइयां अपनी Unit का विस्तार भी करेंगी, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे.
तैयार हो रहा Food पार्क
बरही औद्योगिक सेक्टर में लगभग 75 एकड़ क्षेत्र में मेगा फूड पार्क भी स्थापित किया जा रहा है. फूड पार्क पूरी तरह से हाईटेक होगा और यहां पर आधुनिक मशीनों के साथ ज्यादा बेहतर सिस्टम डेवलप किया जाएगा. इससे उद्यमी हरियाणा की ओर आकर्षित होंगे, जिससे यहां उद्योगों को और बढ़ावा मिलेगा.

रेवाड़ी-गुरुग्राम में बिछेगा सड़क जाल
CS ने मीटिंग में बताया कि रेवाड़ी में IMT बावल, फेज-2 में भी सड़कों को चौड़ा कर उन्हें मजबूत करने के लिए काम किया जाएगा. इस पर 11.51 करोड़ रुपये की लागत आएगी. पंचगांव से फरुखनगर तक वाया जमालपुर सड़क को 2 लेन बनाने के लिए हमें भरी गई है. 44 करोड़ रुपए से बनने वाली यह सड़क दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से शुरू होगी और राष्ट्रीय राजमार्ग-352 (वेस्ट) से होते हुए मॉडल इकोनॉमिक टाउनशिप, झज्जर तक जाएगी.
गुरुग्राम के लिए है इस प्रकार की प्लानिंग
नेशनल मास्टर प्लान के तहत गुरुग्राम, नूंह में भी कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए 13.66 करोड़ रुपए की लागत से सड़क को चौड़ा व सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. यह सड़क दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से शुरू होगी और राष्ट्रीय राजमार्ग-919 तक जाएगी. यह क्षेत्र एक लॉजिस्टिक्स हब है, जिसमें कई वेयरहाउस चल रहे हैं. इन सड़कों के सुदृढ़ीकरण से NCR एरिया में लॉजिस्टिक्स क्षमता शक्तिशाली होगी.
मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी पर Focus
CS कौशल ने कहा कि PM गति शक्ति के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर तथा कनेक्टिविटी से जुड़े विभागों को एक मंच पर लाया गया है. ज्योग्राफिक इनफॉरमेशन सिस्टम आधारित प्लानिंग, रूट प्लानिंग, मॉनिटरिंग और सैटेलाइट तस्वीरों जैसी टेक्नोलॉजी की सहायता से परियोजनाओं की रूपरेखा तैयार होगी.