1994 बैच की आईपीएस अधिकारी कला रामचंद्रन गुरुग्राम की नई पुलिस (Gurugram Police) कमिश्नर का पदभार सौंपा गया है। यह पहली बार है जब किसी महिला को गुरुग्राम पुलिस की कमान सौंपी गई। वह गुरुग्राम की पहली महिला पुलिस कमिश्नर हैं। उनका कहना है कि गुरुग्राम में ट्रैफिक व्यवस्था को सूचारू रूप से चलाने, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने पर विशेष जोर रहेगा। महिला और साइबर अपराध पर रोक लगाना भी उनकी प्राथमिकताओं में से एक है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि वह गुंडागर्दी, छेड़खानी और शराब पीकर गाड़ी चलाने जैसे सड़क अपराधों से नागरिकों को सुरक्षित रखने पर ध्यान देंगी।
रविवार रात सरकार ने प्रदेश के 15 आईपीएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए थे। अभी तक परिवहन विभाग की प्रधान सचिव के तौर पर पदभार संभाल रही कला रामचंद्रन को गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी दी गई है।

गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाल रहे के.के. राव को आईजी सीपीटी एंड आर भोंडसी ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके अलावा विरेंद्र कुमार को डीसीपी ईस्ट की जिम्मेदारी दी गई हैं। अभी तक इस जिम्मेदारी को संभालने वाले आइपीएस मकसूद अहमद को एसपी कैथल की जिम्मेदारी दी गई है।
ये हैं इनकी प्राथमिकताएं

कला रामचंद्रन का कहना है कि गुरुग्राम में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा। रोड पर लोगों को जाम में नहीं फंसना पड़े, इसके लिए तमाम उपाय किए जाएंगे। इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की भी कोशिश की जाएगी। महिला अपराध और साइबर क्राइम को भी कम करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा। पदभार संभालने के बाद अधिकारियों के साथ बैठक कर शहर की कानून-व्यवस्था की रिपोर्ट ली जाएगी।
जिले की पहली महिला पुलिस कमिश्नर

बता दें कि 2006 में गुरुग्राम में पुलिस कमिश्नरेट बनी थी। इससे पहले गुरुग्राम में एसपी नियुक्त होते थे। गुरुग्राम के सबसे पहले पुलिस कमिश्नर महेंद्रलाल बने थे। इस दौरान आठ पुलिस कमिश्नर बने और सभी पुरुष ही थे। उसने समय बाद जिले में पहली बार कोई महिला पुलिस आयुक्त बनी हैं।