जिले में अब कबाड़ से वेस्ट-टू-आर्ट पार्क बनाने की तैयारी चल रही है। केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ के बाद अब फरीदाबाद में भी कबाड़ से पार्क बनने जा रहा है। इसके लिए दो एजेंसियां सामने आईं हैं और उन्होंने अपना प्रस्ताव नगर निगम को दिया है। इसमें से एक एजेंसी ने निगम कार्यालय के पास दशहरा मैदान में कबाड़ से बनी आकृतियों का पार्क बनाने का सुझाव दिया है। यहां निगम के कबाड़ से सुंदर-सुंदर आकृतियां बनाई जाएंगी। इससे शहर को एक अलग पहचान मिलेगी। यह पार्क अपने आप में अनूठा होगा। यह सोच निगमायुक्त यशपाल यादव की है कि शहर के बीच कबाड़ से बनी आकृतियों का एक पार्क बनाया जाए। इससे निगम के कबाड़ का बेहतर प्रयोग हो सकेगा।
निगम के कार्यकारी अभियंता नितिन कादियान ने बताया कि दो एजेंसियों के साथ इस पर ऑनलाइन मीटिंग हो चुकी है। इसमें एक निजी एजेंसी ने बिना कोई पैसा लिए निगम की इस योजना में शामिल होने की बात कही है।

एजेंसी का कहना है कि दशहरा ग्राउंड में इस प्रकार का पार्क बनाया जा सकता है। इसे देखने आने वाले लोगों के टिकट से इसका खर्च निकाला जाएगा। वहीं दूसरी एजेंसी ने इसे लेकर अपने सुझाव दिए हैं।

दशहरा मैदान करीब 16 एकड़ में है, जबकि कबाड़ पार्क बनाने के लिए छह एकड़ जमीन की जरूरत होगी। हालांकि इस पर अंतिम फैसला निगमायुक्त का आएगा।
दो एजेंसियों ने दिया अपना सुझाव

नितिन कादियान का कहना है कि वेस्ट टू आर्ट पर दो एजेंसियों ने अपना सुझाव दिया है। दोनों के प्रस्ताव को निगम आयुक्त के समक्ष रखा जाएगा। इस पार्क के बनने से एक तरफ जहां कबाड़ का बहुत ही बेहतरीन इस्तेमाल हो सकेगा वहीं लोगों के घूमने के लिए भी एक अच्छी जगह तैयार हो जाएगी।
कई सेल्फी पॉइंट्स का होगा निर्माण

इस पार्क में पशु-पक्षियों, इमारतों या पेड़ सहित कई तरह की आकृतियां बनाई जाएंगी। ऑटोमोबाइल कचरे, पंखों, छड़ी, लोहे की चादर, नट-बोल्ट, साइकिल, मोटरसाइकिल, गाड़ियों के खराब पार्ट्स और कई धातुओं के कचरे से इन आकृतियों को डिजाइन किया जाएगा। यह निगम का पायलट प्रोजेक्ट होगा और इस पार्क में कई सेल्फी पाइंट भी बनाए जाएंगे।