कुछ समय पहले खबर आई थी कि हरियाणा में एक बार फिर आठवीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। उसके बाद बोर्ड की तरफ से यह बयान आया कि आठवीं की बोर्ड नहीं बल्कि वार्षिक परीक्षा है। इसको लेकर हरियाणा में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। CBSE बोर्ड के अधीन प्राइवेट स्कूलों ने तो इस मामले को लेकर हाईकोर्ट की शरण ले ली है। दूसरी तरफ भिवानी बोर्ड के अधिकारियों ने आठवीं कक्षा की परीक्षा को लेकर नया अपडेट जारी किया है। इसके बाद बोर्ड परीक्षा मामले ने एक नया मोड़ सामने आया है।
बोर्ड अधिकारियों ने अपने बयान में कहा कि आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा न होकर केवल वार्षिक परीक्षा है। इस परीक्षा का आयोजन SCERT कर रहा है और HBSE बोर्ड को सिर्फ संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों में शिक्षा स्तर का मूल्यांकन करने के लिए वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा परिणाम का सर्टिफिकेट SCERT ही जारी करेगा।
बता दें कि हरियाणा में HBSE बोर्ड की ओर से साल 1976 में पहली बार आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया गया था। साल 2010 में आखिरी बार आठवीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन हुआ था। जिसके बाद अब SCERT की ओर से वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
28 फरवरी तक बढ़ाई रजिस्ट्रेशन और नामांकन तिथि
HBSE बोर्ड ने आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन और नामांकन फीस जमा करवाने की अंतिम तिथि 20 फरवरी से बढ़ाकर 28 फरवरी कर दी है।
इसके लिए प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को 100 रुपए नामांकन फीस और 450 रुपए परीक्षा शुल्क जमा कराना होगा और प्राइवेट स्कूलों को 5 हजार रुपए रजिस्ट्रेशन फीस जमा करानी होगी। नामांकन भरते समय स्टूडेंट्स का आधार कार्ड दर्ज करना अनिवार्य होगा।
दोनों परीक्षाओं में यह है अंतर
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) आठवीं की परीक्षा का आयोजन करवाता है तो इससे पहले उसे अपनी परीक्षा का पैटर्न और सेलेब्स से जुड़ी जानकारी व परीक्षा मॉडल जारी करने की जिम्मेदारी स्कूलों की होती जबकि SCERT की वार्षिक परीक्षा सिर्फ सेलेब्स से जुड़ी परीक्षा है और इस परीक्षा को पास करने पर सर्टिफिकेट भी वहीं से जारी किया जाता है।