अब हरियाणा के लोगों को इलाज के लिए किसी दूसरे राज्य में जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब प्रदेश के अस्पतालों को अत्याधुनिक तरीके से विकसित किया जा रहा है। मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। हरियाणा के नागरिक अस्पतालों को एयरकंडीशन बनाने का प्रयास जारी है। राज्य के 100 बिस्तर से अधिक क्षमता वाले 31 नागरिक अस्पतालों में केटरिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं ताकि मरीजों को अस्पतालों में ही भोजन की व्यवस्था मुहैया हो सकें। विज आज यहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के नागरिक अस्पतालों में प्राईवेट कमरों की संख्या को भी बढाया जाए और इस दिशा में कार्यवाही को अमल में लाया जाए।

इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के पैरामैडीकल स्टाफ व डाक्टरों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाए ताकि मैडीकल जगत में आने वाली नई तकनीकों से उन्हें रूबरू करवाया जा सके।

इसके अलावा हरियाणा के नागरिक अस्पतालों को एयरकंडीशन बनाने का प्रयास जारी है तथा अस्पतालों में आक्सीजनयुक्त बिस्तरों की संख्या को बढाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। गुरुग्राम, हिसार व करनाल में अत्याधुनिक तकनीक से लैस नागरिक अस्पतालों को तैयार किया जाएगा, जिस पर कार्यवाही जारी है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे चाहते हैं कि ‘‘हरियाणा में उच्च गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाएं नागरिकों को उपलब्ध हों, ताकि प्रदेश के किसी भी नागरिक को उपचार के लिए राज्य से बाहर न जाना पडे़ं’’।

इसके लिए, जल्द ही स्वास्थ्य संबंधी मैपिंग के कार्य को शुरू किया जाएगा और इस दिशा में कार्य को आगे बढाते हुए आयुष विभाग के महानिदेशक डॉ. साकेत कुमार की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन कर दिया गया है।

यह कमेटी जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं की जानकारी को एकत्रित करने का काम करेंगी ताकि अमुक स्थानों पर आवश्यकता के अनुसार स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवाओं को उपलब्ध करवाया जा सके।