हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन गांवों में स्कूल ज्यादा दूरी पर हैं, वहां सरकारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। इसके लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट विंग की भी स्थापना की जाए और स्कूल शिक्षक को ट्रांसपोर्ट का नोडल आफिसर बनाया जाए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में शिक्षा मंत्री कंवरपाल भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में कम बच्चे हैं, वहां पर छोटे वाहन की व्यवस्था की जा सकती है। इसके अलावा जहां अधिक बच्चे हैं, वहां बड़ा वाहन लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में शिक्षकों की कमी नहीं रहने दी जाएगी। इसके लिए सार्थक दिशा में विचार विमर्श किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने आगामी सत्र के लिए 134-ए के तहत होने वाले दाखिलों के संबंध में पहले से ही रणनीति बनाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी सत्र में किसी भी पात्र विद्यार्थी को 134-ए के तहत दाखिले से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।
इसके अलावा हरियाणा सरकार मॉडल संस्कृति स्कूलों की संख्या को भी बढ़ाने जा रही है। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इन स्कूलों में भी ऐसे विद्यार्थियों के दाखिले करवाए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस बैठक के दौरान शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी, मेवात में टीचिंग वालंटियर लगाए जाने के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए। इस बैठक में एसीएस महावीर सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, सेकेंडरी एजुकेशन के महानिदेशक जे गणेशन, प्राथमिक शिक्षा के निदेशक अंशज सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।