रेवाड़ी के गांव मायन निवासी सेना के जवान साहिल चौहान झारखंड और कारोली निवासी आईटीबीपी जवान रविंद्र यादव लेह-लद्दाख में शहीद हो गए। दोनों के शव शनिवार को गांव पहुंचे तथा सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अपने दो लालों की शहादत से गांव में मातम छा गया। विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने जिले के दो जवानों की शहादत पर परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए शहीदों को उन्हें नमन किया। गांव मायन निवासी सुभाष चौहान के बेटे 22 वर्षीय साहिल चौहान (Sahil Chauhan) तीन साल पहले सेना (Indian Army) में भर्ती हुए थे। फिलहाल झारखंड (Jharkhand) के रांची (Ranchi) में तैनात थे। छुट्टी के बाद 17 फरवरी को वापस ड्यूटी गए थे। जहां 24 फरवरी को अचानक चक्कर आने से गिर गए तथा अस्पताल में जाने के बाद उनकी मौत हो गई।
गांव मायन निवासी सुभाष चौहान के बेटे 22 वर्षीय साहिल चौहान (Sahil Chauhan) तीन साल पहले सेना (Indian Army) में भर्ती हुए थे।
फिलहाल झारखंड (Jharkhand) के रांची (Ranchi) में तैनात थे। छुट्टी के बाद 17 फरवरी को वापस ड्यूटी गए थे। जहां 24 फरवरी को अचानक चक्कर आने से गिर गए तथा अस्पताल में जाने के बाद उनकी मौत हो गई।
शनिवार को गांव में सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। अविवाहित साहिल के परिवार में माता-पिता के अलावा भाई अमन व बहन कालज व निकिता है। यह जानकारी गांव के सरपंच रविंद्र की तरफ से दी गई है।
ब्रेन हेमरेज ने ले ली रविंद्र की जान
गांव कारोली (Village Karauli) निवासी शेरसिंह के बेटे रविंद्र यादव (Ravindra Yadav) आईटीबीपी (ITBP) में कार्यरत थे। 38 वर्षीय रविंद्र की पोस्टिंग लेह-लद्दाख में थी। जहां ब्रेन हेमरेज (brain hemorrhage) के चलते उनकी मौत हो गई। शनिवार (Saturday) को गांव में सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। रविंद्र माता-पिता के अलावा अपने पीछे पत्नी, 17 वर्षीय बेटा योगेश व 19 वर्षीय बेटी सपना को छोड़ गए हैं।