पहले महामारी (Pandemic) के कारण पूरा विश्व परेशान था संकट से जूझ रहा था और अब रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukraine War) के कारण चिंतित हैं। इस युद्ध में रूस ने लगभग यूक्रेन की सभी मूलभूत सेवाओं (basic services) पर कब्जा कर लिया है। ऐसे वहां पढ़ने गए विद्यार्थियों (students) की इंटर्नशिप (Intenship) को लेकर संकट पैदा हो गया। जो विद्यार्थी ग्रेजुएट (Graduate Students) होने के बाद इंटर्नशिप कर रहे थे वह बीच में ही रुक गई। इस कारण सभी मेडिकल के विद्यार्थी परेशान हैं। लेकिन अब उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मेडिकल की परीक्षा उत्तीर्ण भारतीय छात्रों (Indian Students) को अब हरियाणा सरकार (Haryana Government) इंटर्नशिप कराएगी। हालांकि इसमें हरियाणा निवासी छात्रों को अधिक महत्व दिया जाएगा। लेकिन दूसरे प्रदेशों के ऐसे छात्रों की भी इंटर्नशिप पूरी कराने से हरियाणा पीछे नहीं हटेगा।
नई दिल्ली (New Delhi) स्थित हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, एनएमसी (national medical commission) की गाइडलाइन के बाद हरियाणा सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विदेश में चिकित्सा स्नातक परीक्षा (Medical Graduate Exam) उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के लिए हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों (Medical Colleges in Haryana) में एक परीक्षा आयोजित की जाएगी।
इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें इंटर्नशिप कराई जाएगी। इन छात्रों को मेडिकल स्नातक की उपाधि (medical bachelor’s degree) कहां से मिलेगी? इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal Khattar) ने कहा कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (national medical commission) की गाइडलाइन के अनुसार हरियाणा सरकार फिलहाल इनकी इंटर्नशिप (Medical Internship) पूरी कराने पर फोकस करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि मेडिकल कॉलेजों में सीटें नहीं बढ़ाई जा सकती है, लेकिन एक प्रविधान यह है कि विषम परिस्थितियों में तब सीट से दस फीसद ज्यादा छात्रों को पढ़ाया जा सकता है। फरीदाबाद (Faridabad) में गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज (gold field medical college) के बंद होने के बाद वहां के छात्रों को पढ़ाने के लिए ऐसा प्रयोग हरियाणा पहले कर चुका है।
बता दें कि चार मार्च को NMC ने एक परिपत्र जारी कर कहा कि राज्य चिकित्सा परिषद (state medical council) भी इसका पालन करेगी, बशर्ते छात्र ने भारत में इंटर्नशिप पूरी करने का आवेदन देने से पहले विदेश में चिकित्सा स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली हो। विषम परिस्थितया के कारण जिनकी इंटर्नशिप पूरी नहीं हो सकी, वे शेष इंटर्नशिप को भारत में पूरा करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
शनिवार को सीएम खट्टर ने मुख्यमंत्री शतोउद्यमी सारथी योजना (Mukhyamantri Shato Udyami Sarathi Yojana) की घोषणा की। इसके तहत समाज के पाच अनुभवी व्यक्तियों को हर सौ परिवारों के ऊपर सारथी लगाया जाएगा। वे इन परिवारों के लिए सारथी बनकर उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
सारथी यह देखरेख भी करेंगे कि यह परिवार काम कर रहे हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने 15 लाभार्थियों को स्वरोजगार से संबंधित बैंक द्वारा उपलब्ध करवाए स्वीकृति पत्र व चेक भी वितरित किए।