अगर कुछ करने की चाह हो तो कोई भी मुश्किल आपके सामने टिक नहीं पाती। बड़ी से बड़ी परेशानी आसान बन जाती है। ऐसे कम ही लोग होते हैं जिनमे कुछ अलग करने का जज्बा हो। अगर कोई चीज एक बार करने की ठान लें तो उसे हासिल कर ही लेते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने एक ऐसा बिजनेस शुरू किया जो आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी है। यह कहानी कस्बा बवानी खेड़ा के गांव अलखपुरा निवासी किसान बलवान की है। इन्होंने प्याज की ऐसी उन्नत तकनीक तैयार की है कि कृषि अनुसंधान केन्द्र ने भी दांतों तले उंगलियां दबा ली। सिर्फ इतना ही नहीं वह तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से पुरस्कार भी प्राप्त कर चुके हैं।
बलवान सिंह प्याज और मिर्च की फसल में इतना रम गए कि आज उनके ही नाम से बाजार में प्याज व मिर्च का बीज बिकता है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं।

बलवान सिंह ने प्याज की ऐसी ऐसी उन्नत तकनीक तैयार की है कि कृषि अनुसंधान केन्द्र ने भी दातों तले अंगुली दबाई तो वहीं तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से भी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। वे जम्मू में साइंस कांग्रेस में युवा कार्यक्रम में भी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।
नौकरी छोड़कर शुरू की खेती

बता दें कि बलवान सिंह एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं। कुछ कारणों की वजह से यह अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर सके। दसवीं के बाद जल्दी ही इन्होंने जिंदल स्टील कंपनी में नौकरी करनी शुरू कर दी थी लेकिन इन्होंने कुछ ही महीने यहां पर काम किया।

इसके बाद इनका चयन आर्मी में हो गया था लेकिन इन्होंने अपनी आर्मी की नौकरी छोड़ दी और अपनी पुश्तैनी जमीन पर खेती करने लगे। आज इनके द्वारा पैदा किए प्याज और मिर्च की विदेशों में भी खूब चर्चाएं है। हर कोई इनकी तारीफ कर रहा है।