हरियाणा में आपसी रंजिश के मामले लगातार सामने आते ही रहते हैं। ऐसा ही एक मामला इस समय प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है और वह है एक छोटे मासूम बच्चे जश की हत्या का। बता दें कि जश की चाची ने उसे गला घोट कर मार दिया। जब से यह बात सामने आई है, तब से हर कोई यह जाने की कोशिश कर रहा है कि आखिर चाची अंजलि ने और जश के बीच क्या दुश्मनी थी जो उन्होंने उस मासूम की हत्या कर दी। क्या ऐसा करते समय उनके हाथ एक बार भी नहीं खाते थे। हर किसी के मन में ऐसे ही सवाल आ रहे थे। अब इन सवालों का जवाब खुद अंजलि ने पुलिस को दिया है। पुलिस को दिए अपने बयान में अंजलि ने विस्तार से बताया कि उस दिन क्या हुआ था, कैसे उसने मासूम की जान ली।
अपने बयान में अंजलि ने बताया कि वह जश से बहुत प्यार करती थ। उसे कार गेम बहुत पसंद थी इसलिए उसने अपने फोन में उसके लिए डाउनलोड भी कर रखा था। घटना के दिन जश की बहन भी अपनी चाची के साथ ही थी। लेकिन जब से जश ने फोन पर गेम खेलना शुरू किया तो वह अपने घर चली गई।
अंजलि ने बताया कि हत्या वाले दिन घर के काम के दौरान उसने लोअर टी-शर्ट पहनी हुई थी। काम खत्म होने के बाद कपड़े बदलने के लिए उसने कमरा बंद कर दिया था। तब जश कमरे में ही मोबाइल पर गेम खेल रहा था।
टीवी देखते देखते आ गया गुस्सा
कपड़े बदलने के बाद गए बिस्तर पर लेट गई और सीआईडी देखने लगी। इस दौरान उसके हाथ में मोबाइल का चार्जर था और सीरियल देखते देखते अचानक उसे गुस्सा आ गया। इसके बाद मोबाइल देखते देखते पलंग पर उल्टा लेट गई और चार्जर की केबल से उसका गला दबाने लगी। इस पर जब जश ने जोर-जोर से चिल्लाया तो वह डर गई और चार्जर की केबल खोल दी।
चार्जर की केबल से दबाया गला
इसके बाद उसने सोचा कि अब यह घर जाकर सबको बताएगा कि चाची ने ऐसा किया तो विकास और परिवार के अन्य सदस्य उसे मार डालेंगे। यही सब सोचकर उसने एक बार फिर केबल उठाई और उसका गला दबाने लगी। लेकिन इस बार उसने केबल छोड़ी नहीं जब तक जश ने दम नहीं तोड़ दिया।
हत्या के बाद हुआ अफसोस
अंजलि ने पुलिस को बताया कि उससे इस हत्या का बहुत ही अफसोस है। उसे समझ नहीं आ रहा कि उसके हाथों से कैसे यह सब हो गया। काफी देर तक अंजलि ने जश की लाश को बिस्तर पर ही छोड़ दिया था। क्योंकि उसे पता था कि राजेश की जश के परिवार से रंजिश चल रही है। इसलिए उसने जश की लाश को राजेश की छत पर रख दिया। अंजलि आगे कहती है कि अगर उसके घर में सीढियां होती, तो वह जश की लाश को अपने छत पर रखती या फिर बिस्तर के अंदर।
डिप्रेशन का शिकार थी अंजलि
इस हत्याकांड के बाद अंजलि इतनी कायल हो चुकी थी कि उसे किसी तरह का कोई डर नहीं था। उसने जश के रिश्तेदारों को भी एक ही बिस्तर पर बिठाया और चाय का नाश्ता भी कराया। उसने अपने घर के किसी भी सदस्य को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी कि उसने ऐसा भी कुछ किया है।
अंजलि ने पड़ोस से सुना कि आरोपी को उंगलियों के निशान से पकड़ लिया जाएगा। जिसके बाद वह बार-बार अपने पति से कह रहे थी कि उसके उंगलियों के निशान आएंगे। बता दें क्या अंजली पिछले कुछ समय से डिप्रेशन में चल रही थी। इसलिए किसी को शक नहीं था कि वह इस हत्या को अंजाम दे सकती है।