हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि जितनी जल्दी नई शिक्षा नीति के उद्देश्य प्राप्त होंगे, उतना ही जल्दी हमारा राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर करेगा। नीति का संबंध अध्ययन पाठ्यक्रम के साथ कौशल विकास पर भी ध्यान देना है और शिक्षा प्रणाली को समग्र, लचीला, बहु-विषयक बनाना है। इस अवसर पर एबीवीपी के संगठन मंत्री संदीप और थिंक इंडिया चंडीगढ़ के कन्वीनर प्रशांत गोयल, थिंक इंडिया पंजाब यूनिवर्सिटी के कन्वीनर कपिल शर्मा और कानून के अन्य छात्र छात्राएं भी मौजूद थे। कंवर पाल ने यह बात चंडीगढ़ में थिंक इंडिया चंडीगढ़ द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
नई शिक्षा नीति बहुत ही विस्तृत है और विद्वान लोगों ने बड़े ही अच्छे ढंग से लोगों से विचार-विमर्श कर व सुझाव लेकर इसे बनाया है। नई शिक्षा नीति देश के हर राज्य व उनको अपनी भाषा की तवज्जो दी गई है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में वोकेशनल शिक्षा पर प्रमुख तौर से जोर दिया गया है जिसके तहत अब बच्चों को छठी कक्षा से ही वोकेशनल शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने ई लर्निंग शिक्षा पर जोर दिया है जिसके तहत 10वी, 11वी ओर 12वीं कक्षा के बच्चों को 5 लाख टैबलेट देने का लक्ष्य रखा और बच्चों को टैबलेट 5 मई को रोहतक में बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर देने शुरू किए जाएंगे।
युवा पीढ़ी को देश के शहीदों से लेनी चाहिए प्रेरणा
उन्होंने कहा कि हमें अपने देश को आजाद करवाने वाले शहीदों को कभी भी नहीं भूलना चाहिए, जिन्होंने अपने प्राण न्योछावर कर के देश को आजाद करवाया, उन शहीदों को मैं नमन करता हूं। हम सभी को उनके दिखाए गए आदर्शाे पर चल कर देश को आगे ले जाना चाहिए और हमें आने वाले बच्चों को भी इन शहीदों के बलिदान के बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि युवा पीढ़ी उनके बारे में जानकर प्रेरणा ले।
हमे अपनी मातृभाषा पर गर्व
उन्होंने कहा कि किसी देश की तरक्की के लिए अंग्रेजी जरूरी नहीं है उन्होंने चाइना, जापान, रूस, जर्मनी जैसे देशों का उदहारण दिया ये देश आज इंग्लिश के बिना भी शक्तिशाली देश है। हमे अपनी मातृभाषा पर गर्व है और हमे हिंदी को आगे बढ़ाना है। उन्होंने प्रतिनिधि मंडल में आए हुए विद्यार्थियों से कहा कि जिंदगी में नैतिक मूल्यों के आधार पर ही सफलता प्राप्त की जा सकती है।