हरियाणा के गुरुग्राम में स्थापित किए जाने वाले ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट के लिए प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स एवं रियल एस्टेट केंद्रित फंडों की तलाश के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में दूसरा गोलमेज सम्मेलन मुंबई में आयोजित किया गया। एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल, 2022 में गुरुग्राम में आयोजित पहले गोलमेज सम्मेलन के बाद आज मुंबई में दूसरा गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें डीएलएफ, बेस्टेक, गोदरेज, मायहोम्स, मैक्स रियल्टी, भारती रियल्टी आदि के शीर्ष प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम, जो सरकार की एक नोडल एजेंसी है, के तत्वावधान में विकसित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उनका विजन इस परियोजना को गुरुग्राम के केंद्रीय व्यापार जिले के रूप में विकसित करने का है, जिसमें आधुनिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों और भावी उन्मुख उद्योगों, निम्न कार्बन हरित बुनियादी ढांचे, सुगम जीवन, लोगों को कौशल बनाने और रोजगार सृजित करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने की बात करते हुए कहा कि यह अद्वितीय, आधुनिक शहरी पारिस्थितिकी तंत्र नई तकनीक और नवाचार उद्योगों के लिए आधार के रूप में कार्य करेगा।

इससे पूर्व हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम के अध्यक्ष वी. उमाशंकर के स्वागत और कान्टेक्स सेटिंग संबोधन के साथ सम्मेलन की शुरुआत हुई और निगम के प्रबन्ध निदेशक विकास गुप्ता ने ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट पर एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।
शहर के भीतर शहर की कल्पना
प्रस्तुतिकरण में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि ग्लोबल सिटी प्रोजेक्ट एक मिश्रित भूमि उपयोग परियोजना है जिसे निर्माणाधीन 8-लेन द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ गुरुग्राम में सेक्टर 36 बी, 37 ए और 37 बी में विकसित हो रहे आवासीय और वाणिज्यिक केंद्र में लगभग 1003 एकड़ क्षेत्र पर ‘एक शहर के भीतर शहर’ के रूप में विकसित करने की कल्पना की गई है।
प्रदान करेगी यह विकल्प
यह परियोजना जीवन की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे और परिवेश के मामले में भावी शहरों के लिए एक प्रतिमान के रूप में काम करेगी। लिव, वर्क एंड प्ले के आदर्श वाक्य के साथ निर्मित की जाने वाली यह परियोजना पारिस्थितिकी तंत्र भविष्य के कार्यक्षेत्र, आधुनिक खुदरा स्थान, आवासीय टावर, सावधानीपूर्वक नियोजित विशाल हरे स्थान, समर्पित बस कॉरिडोर, एमआरटीएस (मेट्रो), हेलीपोर्ट सुविधाएं और मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी विकल्प प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि पारगमन-उन्मुख विकास के आधार पर परियोजना की समकालीन योजना पद्धति और महामारी के बाद नई सामान्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए कि गई है। इसके अतिरिक्त, निवेशकों को पहले प्रस्तावक लाभ, उच्च रिटर्न की संभावना, निवेश की सुरक्षा आदि के रूप में विशिष्ट मूल्य प्रस्तावों पर विशेष जोर दिया गया है।
निगम और सरकार की होगी आवश्यकता
विस्तृत प्रस्तुति के बाद, विभिन्न रियल एस्टेट डेवलपर्स को योजना, बुनियादी ढांचे, विपणन, स्थिति और सहयोग के दृष्टिकोण से परियोजना पर अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया। जिसकी परियोजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें निगम और सरकार से आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि आमंत्रितों ने परियोजना के विकास के लिए सरकार की दूरदर्शी सोच और परियोजना पूर्व लॉन्च परामर्श आयोजित करने और सुझाव मांगने के लिए सरकार की सराहना की।
रियल एस्टेट कंपनियों के साथ हुई चर्चा

उन्होंने विकासकर्ताओं को योजना बनाने में अधिक लचीलेपन की अनुमति देने, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी), विश्वविद्यालयों आदि जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं जो संभावित निवेशकों के लिए एक लंगर/चुंबक के रूप में कार्य करेंगे, का विकास करने, एचएसआईआईडीसी द्वारा अपनाई जा सकने वाली विभिन्न विकास और परियोजना चरणबद्ध रणनीतियों के बारे जानकारी देने और भुगतान तंत्र व सरकारी सहायता के रूप में सिंगल विंडो मैकेनिज्म जो डेवलपर्स आदि के हित को और बढ़ाने के लिए निवेशकों को पेश किया जा सकते हैं, के बारे अपने सुझाव दिए। प्रवक्ता ने बताया कि गोलमेज सम्मेलन के बाद मुख्यमंत्री ने रियल एस्टेट कंपनियों के साथ एक-एक करके चर्चा की।