हर क्षेत्र में महिलाएं अपना दम दिखा रही हैं खेल हो या सेना हर जगह महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं। हरियाणा में इंडो तिब्बती बॉर्डर पुलिस फोर्स (ITBP) में आठ महिला डॉग हैंडलर्स का पहला बैच शामिल हुआ है। बता दें कि यह पहला ऐसा बैच है जो केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के बीच नक्सल विरोधी अभियानों समेत विभिन्न सुरक्षा कार्यक्रमों में तैनात K9 Squad के लिए हैंडलर के तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। इससे पहले केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में पुरुष ही डॉग हैंडलर होते थे। इन्होंने भानू, चंडीगढ़ में आईटीबीपी के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग (Training Centre for Dogs) को जॉइन किया था। इन हैंडलर्स के द्वारा मेलीनोइस ब्रीड के डॉग्स (Malinois Breed Dogs) को ट्रेन किया गया है।
बता दें कि इन डॉग्स को नक्सल विरोधी अभियानों (anti naxal operations) के तहत आम लोगों की सुरक्षा के लिए काम में लिया जाता है। आईटीबीपी केंद्रीय गृह मंत्रालय का पहला केंद्रीय अर्धसैनिक बल बन गया है, जिसने महिलाओं को डॉग हैंडलर्स के रूप में शामिल किया है।

इसे लेकर इंस्पेक्टर जनरल ईश्वर सिंह दुहन का कहना है कि इससे पुरानी परम्पराएं टूटेंगी। साथ ही महिलाओं को लेकर लोगों की मानसिकता में भी बदलाव आयेगा। अब अर्ध-सैनिक बल में ऐसा कोई काम नहीं है, जो महिलाएं नहीं कर सकती हैं। इससे महिलाओं के लिए और भी नए अवसर पैदा होंगे।

K9 फील्ड में महिलाओं का व्यवहार डॉग्स को लेकर काफी स्नेहपूर्ण है। इस कारण डॉग्स भी उनके इंस्ट्रक्शंस काफी आसानी से फॉलो कर रहे हैं। इससे डॉग्स को और बेहतर भी ट्रेनिंग देने में मदद मिल रही है। सभी डॉग्स महिलाओं की आवाज सुनकर काफी अच्छा रेस्पॉन्स दे रहे हैं।
जल्दी होगी तैनाती

बता दें कि मेलिनोइस ब्रीड (Malinois breed) के यह डॉग्स अभी तीन महीने के हैं। अब नेक्स्ट लेवल में इन डॉग्स और हैंडलर्स के बीच की बॉन्डिंग को और भी ज्यादा बढ़ाया जाएगा। ताकि अपने हैंडलर की हर बात को वह बेहतर तरीके से समझ सकें और अच्छे से परफॉर्म कर सकें। इसके बाद सामान्य आज्ञाकारिता की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद सभी डॉग्स को हैंडलर्स के साथ तैनात कर दिया जाएगा।
देश की सुरक्षा में ITBP की महत्वपूर्ण भूमिका

बता दें कि ITBP की मुख्य जिम्मेदारी चीन के साथ 3488 किलोमीटर लंबी LAC (Line of Actual Control) की पहरेदारी करना है। वहीं आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी यह बल विभिन्न जिम्मेदारियां संभालता है।

इनमें नक्सल विरोधी अभियान और हाई प्रोफाइल कार्यक्रमों व वीवीआईपी यात्राओं के दौरान जांच आदि कार्य शामिल हैं। देश की सुरक्षा में यह सशस्त्र बल बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।