अमिताभ बच्चन की हिट फिल्मों में से एक सूर्यवंशम तो सभी ने देखी होगी। इसमें एक्ट्रेस सौम्या का रोल तो आपको याद ही होगा। जिसमे कलेक्टर बनने के लिए उन्हें अपने बच्चे से दूर होना पड़ा। बात करें यूपीएससी की तैयारी (UPSC Exam Preparation) कि तो लाखों लोग इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन बहुत कम ही इस में सफल हो पाते हैं। इसे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर कोई इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात एक कर देता है। लेकिन सफलता बहुत ही कम लोगों को मिल पाती है। आज हम आपको हरियाणा की एक ऐसी महिला IAS अधिकारी के बारे में बताएंगे, जिन्हें 10 साल बाद अपना सपना पूरा करने का मौका मिला और यूपीएससी में टॉप कर परिवार और राज्य का नाम रोशन किया।
हरियाणा के सोनीपत की रहने वाली इस महिला आईएएस अफसर का नाम अनु कुमारी है। 2017 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा को पास किया था। आज कई महिलाएं उन्हें अपना रोल मॉडल मानती हैं।

बता दें कि शुरुआत में अनु के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इस वजह से उन्होंने नौकरी करना शुरू किया। नौकरी करते करते उन्हें 10 साल हो गए और 10 साल बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इसके लिए उन्हें अपने बच्चे से भी दूर रहना पड़ा और आज उनकी यही चीजें कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।

बता दें कि सोनीपत के अनु कुमारी आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। जो लोग यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं वह तो उन्हें और भी अच्छे से जानते होंगे क्योंकि अनु उन लोगों की परीक्षा की तैयारी में मदद करती हैं।

सोनीपत से ही अनु ने अपनी स्कूलिंग पूरी की। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने दिल्ली जाने का फैसला किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद आईएमटी नागपुर से एमबीए की पढ़ाई को पूरा किया।
ऐसे मिला प्रोत्साहन

जानकारी के अनुसार उस समय अनु के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए उन्होंने नौकरी करना भी शुरू कर दिया था। मुंबई में उन्हें ICICI में नौकरी भी मिली थी, जहां उन्होंने 9 साल तक काम किया।

2012 में अनु की शादी भी हो गई और वे इसके बाद गुरुग्राम में रहने लगी। इसके बाद ही अनु को यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रोत्साहन मिला और उन्होंने इसे पास भी किया।
ऐसे करनी पड़ी परीक्षा की तैयारी

शादी के बाद 2016 में अनु ने नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया। एक ओर अनु ने परीक्षा की तैयारी करना भी शुरू कर दिया था। वहीं दूसरी तरफ उनके भाई ने अनु को बिना बताए ही उनका फॉर्म भर दिया था।

इसके बाद से अनु ने भी इसके लिए जमकर तैयारी करनी शुरू कर दी। उस समय अनु का बच्चा महज चार साल का था। ऐसे में दो साल तक उन्हें अपने बच्चे से दूर भी रहना पड़ा। 2017 में अनु ने अपने दूसरे प्रयास में इस परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की और अपना सपना पूरा किया।