देश के हर हिस्से को रेल से जोड़ने के लिए भारतीय रेलवे लगातार प्रयास कर रही है। रेल सुविधाओं से जुड़ने के बाद लोग आसानी से और बिना किसी परेशानी के सफर कर पाएंगे। रेलवे का प्रमुख उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधा देना है। इसी कड़ी में पानीपत से मेरठ के लिए रेल लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। बता दें कि कई साल पहले इस रेल लाइन को बिछाने का का ऐलान किया गया था लेकिन अभी तक इसका काम शुरू भी नहीं हुआ।
अब खबर आ रही है कि वापिस से इस रेल लाइन को बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही इसके डीपीआर तैयार होने की भी खबर आ रही है। वहीं अब इस रेल लाइन शामली के एक कस्बे को भी जोड़ने की मांग उठ रही है। इसके लिए प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।

एक बार फिर से मेरठ-पानीपत रेल लाइन बिछाने के काम में तेजी नजर आ रही है। बीते कई वर्षों से लोग इस रेल लाइन की मांग कर रहे थे। इसकी घोषणा भी काफी पहले ही हो चुकी है लेकिन अभी तक इसका काम शुरू नहीं हुआ। लेकिन अब एक बार फिर से इस रेल लाइन का काम शुरू हो गया है और इसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुकी है।

बता दें कि यह रेल लाइन 104 किलोमीटर लंबी होगी और इस पर करीब 3540 करोड़ रुपया खर्च होने का अनुमान है।

बता दें कि यह रेल लाइन मेरठ के दौराला से शुरू होकर सरधना, मुल्हेड़ा, बुढ़ाना, जौला गढ़ी राजपुर, एलम, गंगेरू, तितरवाड़ा से होती हुई पानीपत के बापौली पहुंचेगी। रेलवे लाइन बनने के बाद से इस रूट पर सफर करना भी यात्रियों के लिए काफी आसान हो जाएगा।
इस कस्बे को भी जोड़ने की उठ रही मांग

आपको बता दें कि कैराना के सांसद ने इस रेलवे लाइन में कैराना को भी जोड़ने की मांग उठाई है। सांसद ने रेलवे लाइन के कैराना से होते हुए पानीपत जाने का प्रस्ताव रखा है। उत्तर रेलवे के जीएम के सामने यह प्रस्ताव सांसद ने पेश किया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व चलने वाली ट्रेनों को वापस चलाने, अंडरपास में जलभराव की समस्या दूर करने और जसाला में हाल्ट बनाने की भी मांग उठाई है।