वीकेंड के समय या जब भी छुट्टी मिलती है तो हरियाणा और दिल्ली वासियों के मन में एक ख्याल जरूर आता होगा कि इस वीकेंड कहां घूमने जाएं? हर किसी के मन में यह दुविधा रहती ही है। ऐसे में लोगों के मन में हिमाचल, जम्मू कश्मीर या उत्तराखंड जैसे पहाड़ी इलाकों का ख्याल ही सबसे पहले आता है। जहां आप वादियों का मजा ले सकते हैं। लेकिन अब आप हरियाणा में भी इन वादियों का आनंद उठा सकते हैं। दिल्ली से महज 2 या 3 घंटे की दूरी पर आप प्रकृति का आनंद उठा सकते हैं।
यह सुनकर आपको शायद यकीन न हो लेकिन यही सच है। अब लोग हरियाणा के पंचकूला से महज 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मोरनी हिल्स पर हिमाचल और उत्तराखंड जैसे प्राकृतिक नजारों का मज़ा ले सकते हैं।

पहले बहुत कम लोग ही मोरनी हिल्स के बारे में जानते थे। ज्यादातर लोगों को तो पता भी नहीं था कि हरियाणा में भी कोई हिल स्टेशन है। हरियाणा सरकार भी लगातार इस पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने के लिए ट्रैकिंग पॉइंट्स और रिजॉर्ट्स बनवाए गए हैं ताकि यहां आने वाले पर्यटक आराम से प्रकृति का आनंद लें।
मोरनी हिल्स पर घूमने की जगहें

- टिक्कर ताल (Tikkar Taal)
- बड़ा टिक्कर (big ticker)
- छोटा टिक्कर (small ticker)
- मोरनी हिल फोर्ट और म्यूजियम (Morni Hill Fort and Museum)
- मनसा देवी का मंदिर (Mansa Devi Temple)
- एडवेंचर पार्क (adventure park)
- ठाकुर द्वार मंदिर (Thakur Dwar Temple)
- बेरवाला बर्ड सफारी (Berwala Bird Safari)
- हर्बल फॉरेस्ट (herbal forest)
सबसे खास है यहां का एडवेंचर पार्क

17वीं सदी का यह मोरनी किला पहाड़ी के ऊपर स्थित है. यहां से प्राकृतिक की खूबसूरती साफ देखी जा सकती है। ट्रेकिंग के जरिए किले तक पहुंचा जाता है और बीच में शिव मंदिर के दर्शन भी किए जा सकते हैं। मोरनी में घूमने के लिए यह एडवेंचर पार्क (Adventure Park In Morni Hills) सबसे अच्छी जगहें में से एक है।

यहां जिप-लाइनिंग, क्लाइम्बिंग नेट और बर्मा ब्रिज जैसे एडवेंचर का मजा ले सकते हैं। बता दें कि टिक्कर ताल पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां काफी शांति का अनुभव होता है। यहां नाडा साहिब नामक एक गुरुद्वारा भी है। आसपास के सिक्खों के लिए यह स्थान काफी प्रिय है क्योकि दसवें सिक्ख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने आनंदपुर की ओर जाने से पहले कुछ समय इस स्थान पर विश्राम किया था।

टिक्कर ताल से वापिस आते समय यहां दसवीं शताब्दी का एक प्राचीन ठाकुर द्वार मंदिर भी है जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।
इसके अलावा ट्रैकिंग का शौक रखने वालो के लिए मोरनी हिल्स की करोह पीक (Karoh Peak of Morni Hills for Tracking) सबसे बेहतर है। यह पीक हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित मोरनी हिल्स का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है।

बता दें कि करोह पीक की ऊंचाई 4,813 फीट है। पीक पर जाने के लिए पर्यटक ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। मोरनी की पहाड़ियों के जंगलों मेें नीलगाय, सांभर, भौंकने वाले हिरण, तेंदुए और पक्षियों की अनगिनत प्रजातियां हैं।