कहते हैं अगर सफलता चाहिए तो उसके लिए कड़ी मेहनत के साथ साथ रिस्क लेना भी जरूरी है। नुकसान होने के दर से अगर रिस्क नहीं लेंगे तो आगे चलकर हम कोई बड़ा कदम नहीं उठा पाएंगे। ऐसे में अगर जिंदगी में सफलता चाहिए तो रिस्क लेना पड़ेगा। और अगर बात अपने सपने की हो तो थोड़ा रिस्क लेना ही पड़ता है। यही वजह है कि तीन नौकरियां छोड़ी और दो कंपनियों के मालिक रह चुके उदय सिंह को जब यह सब कुछ रास नहीं आया तो अंत में उन्होंने IPS बन अपना सपना पूरा किया।
बता दें कि उदय सिंह मीना मूलरूप से राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के मोहचा का पूरा गांव के रहने वाले हैं। वह तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर है। उनकी बड़ी बहन एक टीचर है, जबकि छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है।
बता दें कि साल 2004 में उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की। शुरूआत से ही उदय को कंप्यूटर का शौक था। इसके बाद वर्ष 2004 और 2005 में प्राइवेट कंपनी में R&D इंजीनियर की पोस्ट पर चेन्नई और बंगलुरू में नौकरी की। वहीं 2005 में IIM अहमदाबाद में उनका सिलेक्शन हो गया।
सलेक्शन होने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और 2007 में एमबीए की डिग्री हासिल की। 2007 में उन्होंने गुरुग्राम में Make my Trip कंपनी में प्रोडक्ट मैनेजर की नौकरी की जहां उन्होंने वर्ष 2010 तक काम किया। उसके बाद अपना startup करने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
पत्नी ने किया कदम-कदम पर सपोर्ट
वर्ष 2010 में ही उनकी शादी हो गई। उनकी पत्नी सुमन्त दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर नौकरी करती थी। पत्नी के सपोर्ट और रिस्क लेने के जज्बे ने उन्हें आगे बढ़ाया और उन्होंने ओला कैब की तरह ही गैट मी कैब डाट काम (getmecab.com) शुरू की। अपने पार्टनरों के साथ मिलकर 2013 तक उन्होंने यह कंपनी चलाई। कुछ नया करने की सोच को आगे बढ़ाते हुए बाद में उन्होंने यह कंपनी बेच दी और 2013 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली ऑनलाइन तैयारी डाट काम (onlinetaiyari.com) के नाम से दूसरी कंपनी शुरू की।
उनकी पूरी टीम इस कंपनी में अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती थी। वर्ष 2014 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हो पाए। लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और वर्ष 2015 में दोबारा परीक्षा दी और उनका IRS क्लीयर हो गया और आयकर विभाग में उनकी नौकरी लग गई। इसके बाद वर्ष 2016 में उन्होंने दोबारा से परीक्षा दी और उनका आईपीएस का सपना पूरा हो गया।
2018 में रेवाड़ी में मिली पहली पोस्टिंग
आईपीएस उदय सिंह मीणा ने बताया कि अंडर ट्रेनी आईपीएस के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग रेवाड़ी के कसौला थाने में हुई, जहां वह 2019 तक रहे। उसके बाद फेस-2 के लिए वह एकेडमी चले गए। वहां से अक्टूबर 2019 में बतौर एएसपी सोनीपत के गोहाना में पहली पोस्टिंग मिली। फरवरी 2031 तक वहां के एएसपी रहे।
डायल 112 की मिली जिम्मेदारी
आईटी की अच्छी जानकारी होने की वजह से डायल 112 लांच कराने की जिम्मेदारी उन्हें ही सौंपी गई थी। डायल 112 का एसपी उनको ही बनाया गया। वहीं इसके अलावा एसपी आईटी और एसपी टेलीकॉम का भी कार्यभार उन्हें सौंपा गया। इसके बाद जुलाई 2021 में डायल 112 की लॉन्चिंग हुई। अक्टूबर 2019 में उन्हें रोहतक में बतौर एसपी पोस्टिंग हुई, फिलहाल वे वहीं कार्यरत हैं।
खाली समय में करते हैं यह काम
एसपी मीना ने बताया कि जब भी उन्हें मौका मिलता है वह अपने आवास पर लॉन टेनिस खेलते हैं या फिर आईटी से संबंधित जानकारी कंप्यूटर के जरिए जुटाते रहते हैं। ताकि उन्हें कुछ नया सीखने और समझने वह मिल सके। उनके परिवार में पत्नी सुमंत के अलावा दो बेटियां हिताक्षी (नौ) और अविका (साढ़े तीन) भी हैं।