फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का नाम दिया जाता है लेकिन जब बात की जाती है प्रदूषण की तो सबसे ज्यादा फरीदाबाद में ही प्रदूषण देखा जाता है। और ये प्रदूषण वाहनों से सबसे ज्यादा होता है इसी प्रदूषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जाने वाला है।
आपको बता दें दिल्ली की तर्ज पर लोगों को हर चौक-चौराहों पर आसानी से बस मिल सकेंगी, जहां इससे लोगों को ऑटो के महंगे किराये से राहत मिलेगी।

सरकार की ओर से प्रथम चरण में 100 बसें खरीदने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची से फरीदाबाद बाहर निकल सकेगा।
आपको बता दें फरीदाबाद में जनसंख्या सबसे ज्यादा है जो कि निरंतर बढ़ता जा रहा है इससे शहर में यातायात व्यवस्था का बुरा हाल है। सार्वजनिक वाहन प्रणाली के तौर पर अभी फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) की ओर से करीब 30 सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है।
इसके अलावा करीब 28 हजार ऑटो हैं। बसों की संख्या काफी कम होने से लोगों को ऑटो में मनमाने किराये पर सफर करना पड़ता है। वहीं, कई बार रात के समय महिलाओं का अकेला सफर करना भी सुरक्षित नहीं होता है।

ऑटो में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं पहले भी कई बार सामने आ चुकी हैं।
यदि हम प्रदूषण की बात करें तो स्मार्ट सिटी फरीदाबाद विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता है। सर्दियों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 तक पहुंच जाता है। इलेक्ट्रिक बसें, चलने से प्रदूषण स्तर में काफी सुधार होगा।

लोगों को भी प्रत्येक चौक पर हर दो मिनट में बस मिल सकेगी। इससे शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। वहीं लोगों का सफर आसान होगा।

इसके अलावा यदि हम बस की बात करें तो रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, एक बस की लंबाई 12 मीटर होगी। इसमें करीब 50 सीटें होंगी। एक बार चार्ज होने पर बस करीब 200 किलोमीटर का सफर तय करेगी।
प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद ये बसें नवंबर से आनी शुरू हो जाएंगी। नवम्बर के बाद से ही फरीदाबाद की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दिखाई देनी शुरू हो जायेंगी।