कहते हैं माता-पिता और शिक्षक ही बच्चों की जिंदगी संवार सकते हैं। उन्हें अच्छी शिक्षा देकर वह अपने शिक्षक होने का धर्म निभाते हैं। लाखों बच्चों के जीवन में उजाला करने वाली शिक्षिका दयावती इन दिनों खूब चर्चा में हैं। यूट्यूब और एजुसेट के माध्यम से वह बच्चों को पढ़ा रही हैं। अब तक उनके नौवीं से बारहवीं कक्षा के 301 लेक्चर प्रसारित हो चुके हैं। अर्थशास्त्र प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत दयावती स्कूल के साथ-साथ यूट्यूब और एजुसेट के माध्यम से भी बच्चों को पढ़ा रही (Economics professor Dayavati is teaching children through YouTube and Eduset) कर परिश्रम और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश कर रही है।
जो बच्चे महंगे महंगे ट्यूशन नहीं ले सकते उनके लिए दयावती की वीडियोस मददगार साबित हो रही है। यूट्यूब के माध्यम से वह हजारों बच्चों का जीवन सवार रही है। वही बात करें परीक्षा परिणाम की तो इनके स्कूल का परिणाम हमेशा शत-प्रतिशत रहा है।

महामारी की वजह से हरियाणा सरकार ने सभी स्कूलों को बंद कर दिया था, जिस वजह से बच्चे घर पर ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे। तब दयावती ने घर पर ही अपने स्मार्टफोन से खुद की वीडियो बनाकर स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। बच्चों को इनकी वीडियोस बहुत पसंद आ रही थी।

बता दें दयावती ने अपने पति डॉ. सुदामा प्रसाद जो कि हिंदी के प्राध्यापक हैं, के साथ मिलकर ‘स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड हिंदी’ नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया और उसके माध्यम से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया।

केवल स्कूल के ही विद्यार्थियों ने नहीं बल्कि देश भर के हजारों विद्यार्थियों ने इनकी वीडियोस को पसंद किया और उन्हें बहुत उपयोगी बताया। SCERT गुरुग्राम के अधिकारी भी इनकी वीडियोस से काफी प्रभावित हुए।
एजुसेट के लिए भी बनाई वीडियोस

इसके बाद अधिकारी के कहने पर दयावती ने SCERT के एजुसेट चैनल के लिए भी अर्थशास्त्र विषय की कई वीडियोस बनाई। और इनका प्रसारण एजुसेट चैनल पर हो चुका है।
ऐसा है बच्चों का रिस्पांस

बच्चे इनकी वीडियोस खूब पसंद कर रहे हैं। वीडियोस में कमेंट के माध्यम से बच्चों ने कहा कि इनके स्कूल में अर्थशास्त्र का शिक्षक नहीं है, तो वहीं कुछ ने कहा कि आपका पढ़ाया हुआ हमें अच्छे से समझ आता है।

बच्चों ने शिक्षिका से आग्रह किया कि वह हमेशा पढ़ाते रहें। कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के अर्थशास्त्र विषय के पाठ्यक्रम की चैप्टर वाइज वीडियो बनाकर इन्होंने यूट्यूब पर अपलोड भी किया है और हजारों विद्यार्थी इन वीडियोस का लाभ उठा रहे हैं।
सरकारी स्कूल से पढ़ी हैं दयावती

दयावती स्वयं जिला झज्जर के डीघल गांव के सरकारी विद्यालय की छात्रा रही हैं। उन्होंने यूजीसी नेट की परीक्षा अर्थशास्त्र विषय में ही पास की है और अपनी पीएचडी डिग्री पूरी की है। इसके साथ ही उन्होंने यह मिथक भी तोड़ने का प्रयास किया कि सरकारी स्कूलों के बच्चे महंगे और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से किसी प्रकार कम नहीं है।