आज के समय में ज्यादातर किसान बागवानी फसलें ही उगाना पसंद कर रहे हैं और सरकार भी उन्हें अधिक मुनाफे के लिए इन फसलों को उगाने के लिए प्रेरित कर रही है। अब से हरियाणा के स्कूलों के विद्यार्थी भी बाजार की जगह खुद की उगाई सब्जियों का ज़ायका लेंगे। इससे उन्हें ताजी और पौष्टिक सब्जी मिलेगी। बाजारों में मिलने वाली केमिकल और फर्लिटाइजर वाली सब्जियों से छुटकारा मिलेगा। अब विद्यार्थी स्कूलों में किचन गार्डेनिंग (kitchen gardening in schools of Haryana) करते नजर आएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में स्कूलों में पत्र जारी कर दिया गया है।
बता दें कि बागवानी विभाग विद्यालयों में सब्जियों के बीज उपलब्ध करवाएगा। इसकी मदद से विद्यार्थ स्कूल में ही किचन गार्डन तैयार करेंगे और इन गार्डन की सब्जियों का प्रयोग मिड-डे मील में किया जाएगा।

गर्मियों की छुट्टियां भी अब खत्म हो चुकी है और इसी के साथ इस प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया गया है। डीईओ की ओर से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है गया है। बता दें कि जिले में फिलहाल 927 प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल है। जिनमें 76679 बच्चे मिड-डे मील ग्रहण करते हैं।
बेस्ट किचन गार्डन होंगे सम्मानित

वहीं आपको बता दें कि जिस स्कूल का किचन गार्डन सबसे बेस्ट होगा, उसे सम्मानित किया जाएगा। बच्चों की संख्या के अनुसार स्कूलों में पौधे लगाए जायेंगे। इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की भी रहेगी। इस किचन गार्डन को विकसित करने में कुक की भी सहायता ली जाएगी। इसके साथ साथ शिक्षा विभाग बच्चों को औषधि के पौधे भी उपलब्ध कराए जायेंगे।
किचन गार्डन से होंगे यह फायदे

स्कूलों में किचन गार्डन से विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा। इससे स्कूलों में हरियाली भी बढ़ेगी और बच्चों को ताजी व पौष्टिक सब्जियां भी खाने को मिलेंगी। इसके साथ ही वह स्कूली स्तर पर ही खेती बाड़ी के गुर भी सीख सकेंगे।

दूसरी ओर, मिड-डे मील में बनने वाली सब्जियों का खर्च भी पहले से काफी कम होगा। इस किचन गार्डन में सीजनल सब्जियों को तरजीह दी जाएगी। जिससे बच्चों को भी सीजनल सब्जियों के बारे में जानकारी होगी।
पुरस्कृत होंगे यह छात्र

इसके साथ ही शिक्षा विभाग अध्यापकों से उन पांच विद्यार्थियों के नाम मांगेगा, जिनकी सफलता पर अध्यापकों को गर्व हो। इसके बाद स्कूल प्रिंसिपल उन नामों को जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजेंगे, जिन्हें सम्मानित किया जाएगा। वहीं विद्यालयों में कक्षा छठी से 12वीं के बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी, जिनमें विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा।

डिप्टी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी पिरथी सैनी ने कहा कि छुट्टियां खत्म होने के बाद स्कूलों में किचन गार्डन शुरू करने को लेकर पत्र भी प्राप्त हुआ है। बागवानी विभाग ही स्कूलों में बीज उपलब्ध कराएगा। किचन गार्डन में उगी सब्जियों का प्रयोग मिड डे मील में किया जाएगा।