हरियाणा की औद्योगिक नगरी हो या साइबर सिटी या फिर राजधानी दिल्ली, ये ऐसे शहर हैं जहां जाम की स्थिति हमेशा ही बनी ही रहती है। गुरुग्राम में भी जाम से बुरा हाल रहता है। वही पीक आवर्स में तो स्थिति और भी ज्यादा बेकाबू हो जाती है। कभी कभी तो यात्रियों को इस जाम से निकलने के लिए घंटों का समय लग जाता है। लेकिन अब गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण इस समस्या से निजात पाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए योजना को भी तैयार कर लिया गया है। जीएमडीए अब अपने ड्रोन से ट्रैफिक के कारणों का पता लगाएगा जिससे ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने का काम शुरू होगा।
पीक आवर्स में ड्रोन से कारण पता लगाए जाएंगे और इसकी एक रिपोर्ट तैयार कर ट्रैफिक पुलिस को भी सौंप दी जाएगी जिसके बाद ही इन कारणों का समाधान ढूंढा जाएगा।
गुरुग्राम से कई लोग आवागमन करते हैं लेकिन इस शहर में ऐसे कई इलाके हैं, जहां पीक आवर्स में बुरा जाम लग जाता है। ऐसे में लोगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
सबसे ज्यादा जाम लगने वाले क्षेत्रों में शीतला माता रोड, महावीर चौक्म रेलवे रोड, खांडसा रोड, अग्रवाल धर्मशाला चौक, उद्योग विहार और ओल्ड दिल्ली रोड का नाम शामिल है। इन जगहों पर पीक आवर्स में हाल और भी बुरा हो जाता है।
ड्रोन से होगी निगरानी
लेकिन अब ऐसी ही इलाको की ड्रोन से निगरानी की जाने वाली है। ड्रोन से निगरानी करके जाम के कारणों का पता लगाया जाएगा। वही कारणों का पता चलने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी और ट्रैफिक पुलिस को सौंपने के बाद इस पर कार्यवाही भी शुरू कर दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले कुछ ही दिनों में लोगों को जाम से छुटकारा मिलना शुरू हो जाएगा।
जुलाई में ही शुरू होगा ड्रोन सर्वे
इन कारणों से लग सकता है जाम ज्यादातर स्थानों पर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या हो जाती है। वही कभी-कभी कुछ लोग अपने वाहनों को ही गलत जगह पार्क कर देते हैं जिससे ट्रैफिक को निकलने में दिक्कत आती है।
इस ड्रोन की मदद से ऐसे ही कारणों का पता लगाया जाएगा। अब ड्रोन से इसकी फोटो और वीडियो भी ली जाएगी और इसके बाद इस पर कार्यवाही भी की जाएगी। ये ड्रोन सर्वे इसी महीने यानि जुलाई से ही शुरू किया जाने वाला है।