अक्सर देखा जाता है कि जब गर्भ में पल रहे दो से अधिक बच्चों को महिला जन्म देती है तो ऐसे केसों में ऑपरेशन किया जाता है।

अक्सर देखा जाता है कि ज़ब गर्भ में पल रहे 2 से अधिक बच्चो को महिला जन्म देती है तो ऐसे केसों में ऑपरेशन किया जाता है। फतेहाबाद के रतिया मे पहली बार दशमेश ईएनटी और मेटरनिटी होम अस्पताल में फतेहाबाद के घासवा गांव की महिला जसप्रीत कौर ने नॉर्मल तरीके से 3 बच्चियों को जन्म दिया।

अस्पताल के संचालक डॉ दशमेश गर्ग ने बताया कि उक्त महिला को गर्भ का आठवां महीना था और शुक्रवार देर रात को महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो महिला के परिजन उसे अस्पताल लेकर आए। जहां पर महिला चिकित्सक डॉक्टर शालिनी गर्ग ने महिला को ऑपरेशन से बचाते हुए नॉर्मल तरीके से ट्रीटमेंट किया और उक्त महिला की नॉर्मल डिलीवरी से तीन लड़कियां पैदा हुई। डॉक्टर दशमेश ने बताया कि उक्त महिला और उसकी तीनों बच्चियां स्वस्थ हैं। वहीं मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर शालिनी गर्ग की काफी सराहना की जा रही है।

चिकित्सक शालिनी गर्ग ने बताया कि अधिकांश केसों में 2 से अधिक अगर बच्चे गर्भ में पल रहे होते हैं तो प्रसव के दौरान ऐसी महिलाओं को ऑपरेशन करना पड़ता है। डा. शालिनी गर्ग ने कहा कि आमतौर पर जुड़वा बच्चों के केस में भी सिजेरियन करना अनिवार्य होता है। लेकिन प्रसव पीड़ा के दौरान जब मैने महिला की जांच की तो वो खुद भी शारीरिक रूप से स्वस्थ थी और गर्भ में बच्चे भी सुरक्षित थे। जिसके चलते उन्होंने सिजेरियन की बजाए नार्मल डिलिवरी करने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि हालांकि आठ माह की गर्भवती होने के बावजूद नार्मल डिलिवरी होना भगवान की नेमत है। क्षेत्र में इस तरह का ये पहला मामला है जिसमें नार्मल डिलिवरी के जरिये एक साथ तीन बेटियां पैदा हुई हैं।

उन्होंने बताया कि बहुत कम केसों में ऐसा देखा जाता है की गर्भ में पल रहे तीन बच्चे सामान्य डिलीवरी से हो। वहीं मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर शालिनी गर्ग की काफी सराहना की जा रही है.