गुरुग्राम में अब लोगों को बस में सीट के लिए धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। साथ ही टिकट के लिए कंडक्टर से तकरार भी नहीं होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि ये सब काम अब आप अपने मोबाइल से ही कर सकेंगें। दरअसल, गुरुग्राम मेट्रोपालिटन सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) की सिटी बस में अब उबर एप से बुकिंग कि सुविधा शुरु हो गई है। पालयट प्रोजेक्ट के तौर पर चार एसी बसों के साथ दो रूटों पर इसकी शुरुआत की गई है।
बसों का डिजिटलीकरण
जीएमसीबीएल अधिकारियों के मुताबिक, देश में इस तरह की पहल की शुरुआत गुरुग्राम से की जा रही है। इस पहल से शहर में यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का डिजिटलीकरण करेगी। खास बात ये है कि इन बसों में कोई कंडक्टर भी नहीं होगा। यात्रियों को बस में सवार होने के लिए केवल अपने उबर ऐप पर ड्राइवर को केवल ई-टिकट दिखाना होगा। सेक्टर 10 बस डिपो से बसों को जीएमसीबीएल के चेयरपर्सन और जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल तथा जीएमसीबीएल की सीईओ अंजु चौधरी ने बसों को हरी झंडी दिखाकर रूट पर रवाना किया।
इन रूट पर चलेंगी बसें
इस पायलट परियोजना का संचालन बादशाहपुर बस स्टैंड से डीएलएफ साइबर पार्क (शंकर चौक) के बीच हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन परिसर से किया जाएगा और बीपीटीपी एस्टायर गार्डन (सेक्टर 70) से गोल्फ कोर्स रोड होते हुए डीएलएफ साइबर पार्क (शंकर चौक) तक किया जाएगा। बसें सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर तीन बजे से रात आठ बजे तक प्रत्येक मार्ग पर चलेंगी। टिकट की कीमत सात रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से होगी।
गुरुगमन प्लस सेवा में यह है खास
एप के माध्यम से पहले ही बसों की बुकिंग हो सकेगी। बस के रूट में कम से कम स्टाप होंगे, जिससे यात्री जल्दी अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंच सकेंगे। सभी यात्रियों के सीट होगी और कोई यात्री बस में खड़ा नहीं होगा। बसों को एप के माध्यम से ट्रैक किया जा सकेगा और बस के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। बस में कंडक्टर नहीं होगा, ड्राइवर को ई टिकट दिखाना होगा।
छह स्थानों पर स्मार्ट कार्ड कियोस्क स्थापित किए जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजू चौधरी ने बताया कि यात्रियों को डिजिटल भुगतान के लिए स्मार्ट कार्ड खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए शहर में छह स्थानों पर स्मार्ट कार्ड कियोस्क स्थापित किए गए हैं। आइडीएफसी फर्स्ट बैंक स्मार्ट कार्ड जारी करता है और इन कियोस्क का प्रबंधन करता है।
यात्रियों को मिलेगा स्मार्ट पास
उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में डीआइएमटीएस के साथ परामर्श से जीएमसीबीएल एक नई तरह की डिजिटल पास प्रणाली तैयार करने की प्रक्रिया में है, जिसमें कंप्यूटर केवाइसी संचालित प्रक्रिया के माध्यम से स्वयं का पास बनाने में सक्षम होगा। यह स्मार्ट कार्ड की जगह डिजिटल पास होगा। बाक्स जीएमडीए को मिलेंगी 50 इलेक्ट्रिक बसें जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि कैबिनेट सब-कमेटी इन्फ्रास्ट्रक्चर ने जीएमसीबीएल के लिए 50 मिड एसी इलेक्ट्रिक बसों को मंजूरी दी है। हरियाणा सरकार के परिवहन विभाग ने कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) को सकल लागत अनुबंध आधार पर इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए पूरे हरियाणा राज्य की मांग भेजी है।
बस सेवाओं में आएगी क्रांति
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने कहा कि हम सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में सुधार लाने और गुरुग्राम में आवागमन को एक सुखद तथा निर्बाध अनुभव बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उबर के साथ हमारी साझेदारी इस दिशा में एक कदम है और यह शहर में बस सेवाओं में क्रांति लाने के लिए विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।