हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन कटने के कई मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन सरकार दावा कर रही है कि उसने किसी भी बुजुर्ग की पेंशन नहीं काटी है. रोहतक के गांव गांधरा के रहने वाले 102 साल के बुजुर्ग दुलीचंद ने सरकार और प्रशासन को आईना दिखाने के लिए एक अजब-गजब काम कर डाला. बुजुर्ग दुलीचंद दूल्हे की तरह वेशभूषा पहनकर बैंड-बाजा-बारात लेकर और रथ में बैठकर रोहतक जिला मुख्यालय पर पहुंच गया.
जिला प्रशासन को इसकी भनक लगी तो हड़कंप मच गया और बात सरकारी महकमों के अधिकारियों से लेकर बीजेपी के बड़े नेताओं तक जा पहुंची. बुजुर्ग दुलीचंद की बारात कैनाल रेस्ट हाउस में पहुंच गई और बीजेपी नेता मनीष ग्रोवर से जवाब मांगा कि आखिर उसकी पेंशन क्यों काटी गई है. मनीष ग्रोवर ने मौके पर अधिकारियों को बुलाया और जवाब मांगा तो फैमिली आईडी का कोई इश्यू बताया गया
पिछले 6 महीने से बुजुर्ग और उसके परिवार के लोग समाज कल्याण विभाग के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. सोशल एक्टिविस्ट नवीन जयहिंद अपने समर्थकों के साथ बुजुर्ग दुलीचंद को लेकर कैनाल रेस्ट हाउस पहुंच गए और सरकार से बुजुर्गों की पेंशन काटने पर जवाब मांगा. मौके पर पहुंचे अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल ने बताया कि परिवार में फैमिली आईडी में कोई त्रुटि ठीक कराई गई थी, उस दौरान यह गलती हो गई.
बुजुर्ग को मृत दिखाया गया, जिसकी वजह से उनकी पेंशन कट गई. अब दोबारा से परिवार पहचान पत्र में उस गलती को ठीक किया जाएगा, उसके बाद पेंशन शुरू हो जाएगी
पूर्व मंत्री एवं भाजपा के उपाध्यक्ष मनीष ग्रोवर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही बुजुर्ग की पेंशन शुरू हो जाएगी और जो भी लापरवाह कर्मचारी या अधिकारी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. सरकार की कोई मंशा नहीं है कि बुजुर्गों की पेंशन काटी जाए, यह एक गलती हुई है, जिसको सुधारा जाएगा.