जन सुविधाओं के लिए तो सरकार कोई ना कोई योजना चलाती ही रहती है. पर बेजुबान जानवरो के बारें में शायद ही कोई सोचता है. गाय जिसे सब गौमाता कहते है,पर उसे माता के सामान दर्जा बहुत कम लोग ही देते है. अधिक संख्या में गाय सड़कों पर धूप में घूमती रहती है. पर अब हरियाणा के शहरों में सड़कों पर घूमने वाली बेसहारा गायों के लिए गोवन बनाने का फैसला किया गया है.
गाय हमारी माता है
हरियाणा में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग ने बताया है कि सड़कों पर घूमने वाली गायों के लिए गोवन बनाने का निर्णय लिया है, इसके लिए सरकार काम भी कर रही है. जिससे गायों को प्राकृतिक वातावरण मिल सकेगा. इस संबंध में उन्होंने गोशालाओं के संचालकों व जिला प्रशासन के अधिकारियों से बैठक कर Feedback भी लिया है. गर्ग ने कहा कि हम गाय को मां का दर्जा देते हैं. ऐसे में यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी मां के लिए कुछ खास करें
आने वाला भविष्य होगा शानदार
उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में झज्जर जिले के अंदर एक भी गाय सड़क पर नहीं दिखेगी. साथ ही गर्ग ने कहा है कि सरकार गाय की नस्ल सुधार और गोबर और मूत्र से बने उत्पादों पर शोध कर रही है. इससे आने वाला भविष्य भी प्रभावित होगा. कई जगहों पर सरकार ने गोबर से बनी खाद, गमले, पेंट, अगरबत्ती और अगरबत्ती के प्रोडक्शन प्लांट भी लगाए हैं.
गौशालाओं की दयनीय स्थिति
श्रवण गर्ग ने गौशालाओं की दयनीय स्थिति के लिए गैर-भाजपा सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि भाजपा की पहली सरकार ऐसी है, जिसने सीधे गौशालाओं के खाते में पैसा जमा कराया है. पिछले एक साल में तीन किस्तों में गौशालाओं को 45 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.