ड्रेगन फ्रूट की खेती कर करनाल के घरौंडा का रहने वाला प्रगतिशील किसान कुलदीप राणा ना सिर्फ लाखों रुपये कमा रहा है बल्कि देश व विदेश के किसानों के बीच भी ख्याति प्राप्त की है। ड्रैगन फ्रूट की खेती में कुलदीप का परिवार इतनी महारत हासिल कर चुका है कि कई राज्यों के किसान और विदेशी लोग भी ड्रैगन फ्रूट फार्म देखने के लिए आते है। साउथ अफ्रीका से लौटे युवा किसान कुलदीप ने बताया कि 2019 में विदेश के लौटने के बाद आधा एकड़ जमीन से ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की थी।
किसान कुलदीप का कहना है कि यदि किसी भी काम को मेहनत और लगन के साथ किया जाए तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। क्योंकि किसानों के पास अब ज़मीन कम होती जा रही है और वह कम जमीन में खेती कर लाखों कमाना चाहते है लेकिन वह धान व गेंहू जैसी परंपरागत खेती में संभव नहीं है। ऐसे में ड्रैगन फ्रूट की खेती कम जोत वाले किसानों के लिए बड़ा विकल्प है। इसमें कम लागत आती है और पानी की भी बचत होती है। इसके अलावा बेहतरीन उत्पादन होता है। यदि बात की जाए इसकी कीमत की तो एक फल का वजन 300 से 400 ग्राम तक होता है। बाजार में एक ड्रैगन पीस फ्रूट का रेट 80 से 100 रुपए तक है। यह फल एक पिलर पर 10 किलो से 12 किलो तक आता है।
किसान की मानें तो ड्रैगन फ्रूट के खेती की विशेषता यह है कि इसके पौधों में कीट नहीं लगते हैं। अब तक इसके पौधों में किसी तरह के कीट लगने या बीमारी होने का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। इस तरह से इसकी खेती में कीटनाशकों का प्रयोग न के बराबर होता है जिससे किसान का कीटनाशकों पर किए जाने वाला खर्च बच जाता है। इस खेती में फायदे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यदि परंपरागत खेती 20 एकड़ में की जा रही है और उससे जो मुनाफा आता है उसकी तुलना में ड्रैगन फ्रूट की एक एकड़ की खेती ही काफी है। किसान ने बताया कि उसके पास नेपाल तक के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती के बारे में जानने के लिए आ चुके हैं।
कुलदीप ने बताया है कि इस फसल में केवल एक बार निवेश के बाद पारंपरिक खेती के मुकाबले लगभग 25 वर्षों तक इससे आमदनी हो सकती है। इसलिए भी ड्रैगन फ्रूट की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है। युवा किसान ने बताया कि छोटे किसानों के बच्चे पैसा कमाने के लिए विदेश में भागते है अगर वह ड्रैगन फ़्रूट की खेती करें तो लाखों रुपये अपने घर पर ही कमा सकते है।
क्या है ये ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फ्रूट एक प्रकार की कैक्टस बेल है। ड्रैगन फ्रूट का साइंटिफिक नाम हिलोसेरस अंडस है। भारत में इसे कमलम के नाम से पहचान दी गई है। इसके फल गूदेदार और रसीले होते हैं। ड्रैगन फ्रूट दो तरह का होता है। एक सफेद गूदे वाला और दूसरा लाल गूदे वाला होता है। इसके एक पौधे से 8 से 10 फल प्राप्त होते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज से भी ये फल काफी लाभकारी माना जाता है। इसका प्रयोग से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। यह फल किसी भी बीमारी को जड़ से खत्म तो नहीं कर सकता है लेकिन उसके लक्षणों को कम करके आराम जरूर दिला सकते हैं। इसका सेवन शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है इससे डायबिटीज होने का खतरा कम हो जाता है। इसका सेवन हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद बताया गया है। इसके अलावा कैंसर रोग में भी इसका सेवन आरामदायक बताया जाता है। ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल की नियंत्रित करता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।