हरियाणा में पिछले पांच वर्षों में 706.82 करोड़ रुपये की बिजली चोरी का पता चला है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इनमें से बिजली चोरी के दोषी पाए गए लोगों से 378.33 करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला गया है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के प्रबंध निदेशक (एमडी) पीसी मीणा ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में पिछले माह तक 51.21 करोड़ रुपये की बिजली चोरी हुई और 31.22 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
एमडी के अनुसार, तकनीकी हस्तक्षेप और चोरी का पता लगने से डिस्कॉम ने तकनीकी और वितरण घाटे को काफी कम कर लिया है।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में 156.65 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पाई गई और 78.70 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया। बिजली कंपनी की टीम द्वारा 1,81,078 उपभोक्ताओं के बिजली मीटरों की जांच की गई और 45,470 लोगों को बिजली चोरी करते हुए पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में 42,501 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
बिजली चोरी पर जुर्माना और सजा का प्रावधान है
मीण ने कहा कि बिजली चोरी कानूनन अपराध है और उन उपभोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जिन्होंने बिजली चोरी के लिए बकाया जुर्माना जमा नहीं किया है। बिजली चोरी के लिए जुर्माना और सजा का प्रावधान है। डीएचबीवीएन ने एक पोर्टल लॉन्च किया है और मुखबिरों को इनाम दे रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को बिजली चोरी की सूचना मिलती है, तो वह टोल फ्री नंबर 18001801011 पर कॉल कर बिजली चोरी रोकने में अपना योगदान दे सकता है।