उत्तर प्रदेश हाई ज्यूडिशियल सर्विस में हरियाणा के रोहतक की बहू मंजूबाला भालोटिया ने पूरे देश के अंदर पहला रैंक हासिल किया है, जो सीधी भर्ती के तहत अतिरिक्त एवं जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) के पद पर नियुक्त होंगी। परीक्षा परिणाम सोमवार को प्रयागराज हाईकोर्ट से जारी किया गया है।
मंजूबाला मूलरूप से राजस्थान स्थित जयपुर के कारोबारी परिवार से हैं, 2009 में उसकी मुलाकात जयपुर में सुमित अहलावत से हुई, जो एमबीए करने के बाद एक सेमिनार में भाग लेने गए थे। दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया और शादी कर ली ।
2010 में लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2012 में नेट क्वालिफाई किया। पति मुंबई के एक निजी बैंक की नोएडा ब्रांच में सीनियर मैनेेजर थे, जबकि ससुर शमशेर अहलावत नेकीराम कॉलेज रोहतक और सास आशा अहलावत राजकीय महिला कॉलेज रोहतक में प्राचार्य थी।
वह घर पर रहकर बेटी को संभालती थी। इसी बीच घर पर कोई आता तो यह कहता कि बेटी, लंदन पढ़कर आई है, कहीं नौकरी क्यों नहीं करती। यह बात उसे महसूस हो गई। उसकी नेकीराम कॉलेज में सहायक प्रोफेसर की नौकरी लग गई, लेकिन हरियाणा की देसी भाषा को लेकर उसे दिक्कत आई। उसे महसूस हुआ कि वह अपनी नौकरी से न्याय नहीं कर पा रही। इसलिए 2016 में उसने लॉ की परीक्षाओं की तैयारी शुरू की।
2017 में उप जिला न्यायवादी (एडीए) लग गई। उसे जींद में पोस्टिंग मिली। 2020 में उसने यूपी हाई ज्यूडिशियल की परीक्षा दी। जुलाई 2022 में परीक्षा का परिणाम आया। 1 व 2 अगस्त को प्रयागराज में साक्षात्कार हुए। अब 12 सितंबर को परीक्षा का फाइनल परिणाम आया है, जिसमें उसने पहला स्थान प्राप्त किया है।