दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन में हरियाणा के 10 जिले कम वर्षा के कारण रेड जोन में हैं। इन जिलों में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह शामिल है। जबकि 10 जिले ग्रीन जोन में है। इन जिलों में हिसार, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, झज्जर, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, पलवल शामिल हैं। सिर्फ यह नहीं बल्कि सितंबर के 17 दिनों में प्रदेश में 79 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। अब जब मानसून विदाई की ओर है तो इस स्थिति को कुछ हद तक मौसम विज्ञानी ठीक मान रहे हैं।

मौजूदा समय में प्रदेश में दिन के समय तापमान आमतौर पर सामान्य से अधिक है। जबकि रात्रि का तापमान लगातार कम होता जा रहा है। मगर आगामी दिनों में मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो आने वाले दिनों में दिन का तापमान बढ़ने से लोगों को गर्मी का अधिक अहसास होगा। वहीं रात के समय तापमान में गिरावट भी देखने को मिल सकती है। रविवार से लेकर सोमवार तक तापमान सामान्य ही रहेगा। वहीं सिंतंबर माह में 79 प्रतिशत कम वर्षा हुई है।

21 सितंबर तक मौसम परिवर्तनशील
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि मानसून टर्फ की अक्षय रेखा सामान्य स्थिति की तरफ होने तथा कम दबाव का क्षेत्र उत्तर प्रदेश पर बनने से मानसूनी हवाओं की दिशा में बदलाव आने से ये हवाएं मध्यप्रदेश से राजस्थान की तरफ न बढ़कर उत्तरप्रदेश की तरफ बढ़ रही हैं। ऐसे में 19 सितम्बर से 21 सितंबर के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। बीच बीच में आंशिक बादल व हल्की गति से हवाएं चलने की संभावना हैं । इस दौरान दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।

अबकी बार मानसून की स्थिति
18% कम हुई वर्षा
फरीदाबाद जिले में भी हुई कम बरसात
56% से कम वर्षा वाला जिला बना अंबाला
सितंबर के 17 दिनों में वर्षा की स्थिति
79 प्रतिशत कम हुई वर्षा
100 प्रतिशत वर्षा न होने वाले जिलों में फतेहाबाद, पलवल और सिरसा शामिल
22 जिलों में कम वर्षा का बढ़ा ग्राफ