चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नामकरण भगत सिंह के नाम पर होने के बाद अब हरियाणा और पंजाब के बीच अंतरराज्यीय मसलों का समाधान आपसी सहमति के आधार पर होने की संभावनाएं बलवती हुई हैं। दोनों राज्यों के बीच हवाई अड्डे के नामकरण को लेकर विवाद चल रहा था। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद हरियाणा और पंजाब की सरकारें एक टेबल पर बैठी तो हवाई अड्डे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने को लेकर सहमति बन गई है। पंजाब व हरियाणा के बीच अलग राजधानी, अलग हाईकोर्ट और एसवाईएल नहर निर्माण के अंतरराज्यीय मसले चल रहे हैं।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट के नामकरण पर भगवंत मान और दुष्यंत चौटाला की बैठक में बनी थी सहमति
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने की घोषणा का स्वागत किया है। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दावा किया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ हुई उनकी बैठक में हवाई अड्डे के नाम के साथ चंडीगढ़, मोहाली व पंचकूला जोड़ने की सहमति बनी थी। इसलिए अब इस हवाई अड्डे का पूरा नाम शहीद भगत सिंह एयरपोर्ट चंडीगढ़-मोहाली-पंचकूला (सीएमपी) होगा।
चंडीगढ़ हवाई अड्डे के नाम को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच विवाद की वजह केंद्र सरकार का हस्तक्षेप भी रहा है। इसके निर्माण में केंद्र सरकार के अलावा पंजाब और हरियाणा की हिस्सेदारी है। केंद्र सरकार इस हवाई अड्डे का नाम चंडीगढ़ एयरपोर्ट ही प्रचारित करती रही है, जबकि पंजाब सरकार इसे मोहाली इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताती रही।
वर्ष 2007 में भगत सिंह के जन्म शताब्दी समारोह पर पंजाब सरकार की ओर से चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नामकरण शहीद-ए-आजम भगत सिंह करने की घोषणा की गई थी, जबकि हरियाणा की मनोहर लाल सरकार इस हवाई अड्डे का नाम डा. मंगलसेन के नाम पर रखना चाहती थी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच इस मुद्दे पर सहमति बनी
युवा पीढ़ी को भगत सिंह से प्रेरणा लेनी चाहिए: मनोहर
” चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने की घोषणा करने पर मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने की बात कही है। देशभर में मनाए जा रहे आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री की यह घोषणा शहीद-ए-आजम भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 28 सितंबर को शहीद भगत सिंह की जन्मतिथि भी है। उनकी जन्मतिथि से पहले उनके नाम पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम रखा जाना एक बड़ी बात है। युवा पीढ़ी को भी शहीद भगत सिंह के बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए।
उत्तर भारत क्षेत्र के प्रगति के नए द्वार खुलेंगे: दुष्यंत
” चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़-मोहाली-पंचकूला होगा। प्रधानमंत्री ने इसकी घोषणा कर दी है। मैंने 20 अगस्त को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से मुलाकात की थी और दोनों प्रदेश इस बात पर सहमत हो गए थे कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाए। इसके बाद केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया था। इस अनुरोध को स्वीकार कर चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर करने पर मैं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। इस फैसले से सदियों तक भगत सिंह जी का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेगा। शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़-मोहाली-पंचकूला पूरे उत्तर भारत क्षेत्र में प्रगति के नए द्वार खोलेगा।