कहते हैं दुनिया में एक ही शक्ल के सात लोग होते हैं। वहीं जुड़वां होने पर तो दो बच्चों में अंतर कर पाना भी मुश्किल हो जाता है। मगर हर बात में समानता होने के बावजूद फिंगर प्रिंट एक ऐसी चीज है, जो कभी नहीं मिलती। मगर भिवानी में एक ऐसा केस आया है जिसमें ये दावा किया गया है कि दो बहनों के फिंगर प्रिंट एक जैसे हैं।
पूजा और सुषमा दो सगी बहनाें के बीच अजब संयोग है। इनके फिंगर प्रिंट एक समान बताए जा रहे हैं। ये कहना दैनिक जागरण का नहीं बल्कि दो बहनों के पिता ने किया है। लोहारू के गांव गिगनाऊ की इन सगी बहनों के फिंगर प्रिंट समान होने से इनको मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इनके पिता हुकम सिंह लोहारू, जिला मुख्यालय भिवानी और चंडीगढ़ के वर्ष 2013 से चक्कर लगा रहे हैं
आज तक दोनों बहनों के आधार कार्ड अलग-अलग नहीं बन सके। इनका राशन कार्ड भी इसके चलते बंद कर दिया गया है। आधार कार्ड सब जगह लिंक हाेता है और इन दोनों बहनों में से एक ही बनवा सकती है। फिंगर प्रिंट एक होने के चलते कंप्यूटर एक का ही डेटा उठाता है।
मोबाइल में फिंगर प्रिंट नहीं मिलता और कंप्यूटर पर एक समान
दोनों बहनों ने बताया कि मोबाइल पर हमारा फिंगर प्रिंट नहीं मिलता। जब आधार कार्ड बनवाने के लिए जाते हैं तो कंप्यूटर समान फिंगर प्रिंट दर्शाता है। इसके चलते हमारे जरूरी काम अटके हैं। दोनों बहने बैंक में खाता नहीं खुलवा सकती। आधार के बिना फार्म नहीं भर सकते। पैन कार्ड नहीं बन रहा। आजकल आधार सब जगह लिंक है। ऐसे में आधार नहीं बनने से हमारे जरूरी काम अटके हैं।
दोनों बेटियों का एक ही आधार कार्ड कैसे काम चले
दोनों बहनों के पिता हुकम सिंह कहते हैं कि बड़ी बेटी पूजा का जन्म 18 मई 2003 को हुआ ओर छोटी बेटी सुषमा का जन्म 31 जुलाई 2004 का है। इन दोनों का आधार कार्ड का नंबर एक ही है। दोनों के अलग-अलग आधार कार्ड बनवाने के लिए कई बार प्रयास कर चुका हूं लेकिन फिंगर प्रिंट एक होने की वजह से आज तक नहीं बन पाया है।
लोहारू, भिवानी और चंडीगढ़ मुख्यालय के चक्कर लगा चुका हूं। 27 अगस्त 2021 और इसके बाद 11 मई 2022 को सीएम विंडो भी लगा चुका हूं लेकिन समाधान नहीं हो पाया है। फिलहाल बड़ी बेटी पूजा ने लोहारू के चौ.बंसीलाल गर्ल्स कालेज से बीएससी की है। छोटी बेटी सुषमा इसी कालेज में बीए कर रही है। दाखिला भी किसी तरह करवाया है। इसमें भी बहुत दिक्कतें आ रही हैं।
पूजा और सुषमा दोनों बहनों के फिंगर प्रिंट समान होने से दिक्कत आ रही है। इसके लिए हमने चंडीगढ़ मुख्यालय को भी लिखा है। मैं खुद भी इनके लिए प्रयास कर रहा हूं। आधार अलग-अलग नहीं होने से कई काम रुके हैं।