लगातार दो-तीन दिन हुई बारिश से यमुना नदी का जलस्तर (Water Level) बढ़ गया है. एक बार फिर से यमुना नदी उफान पर है. रात 12 बजे के बाद एकदम से यमुना के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है. सुबह 6:00 बजे यमुना नदी का जलस्तर 295000 क्यूसेक पर पहुंच गया. प्रशासन द्वारा नहरों की Supply भी रोक दी गई है. यमुनानगर जिले में भी Alert जारी किया गया है. यमुना का यह पानी 72 घंटे में देश की राजधानी दिल्ली में तबाही मचाएगा.
साथ लगते जिलों को भी दी गई जानकारी
सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार यमुनानगर के साथ लगते जिले जैसे करनाल, सोनीपत व दिल्ली में भी इस बारे में जानकारी दे दी गई है. वहीं SDM बिलासपुर जसपाल गिल का कहना है कि सभी कर्मचारियों को संयुक्त रूप से Duty करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न आए कर्मचारियों को Orders दिए गए हैं कि वह ध्यान रखें यमुना नदी की तरफ कोई भी ना जाए. सभी गांव के निवर्तमान सरपंचों को भी सूचना दे दी गई है कि वह सभी गांव वालों को इसके बारे में जानकारी दे दे.
पहाड़ों पर हुई बारिश से बढ़ा यमुना का जलस्तर
एसडीएम ने भी सभी से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यमुना की तरफ जब तक ना जाए तब तक जलस्तर बढ़ा हुआ है. सिंचाई विभाग के अनुसार पहाड़ों पर भारी बारिश हुई है जिसकी वजह से यमुना नदी अचानक उफान पर आ गई. रात 12:00 बजे यमुना नदी में 94 हजार क्यूसेक पानी आ गया. कर्मचारियों को जल्दी जल्दी में पश्चिमी और पूर्वी नहर की सप्लाई रोकनी पड़ी ताकि सिल्ट से नहर पर कोई प्रभाव न पड़े.
आधी रात के बाद निरंतर बढ़ता चला गया जलस्तर
आपको बता दें कि 70000 क्यूसेक से ज्यादा पानी आने पर नहरों की सप्लाई बंद कर दी जाती है. रात 1:00 बजे यमुना नदी का जलस्तर 217397 क्यूसेक हो गया. उसके बाद से जल स्तर निरंतर बढ़ोतरी पर था और सुबह 4:00 बजे यमुना नदी का जल स्तर 281470 पर चला गया और सुबह 6:00 बजे जल स्तर 295000 क्यूसेक हो गया.
निचले इलाकों में घुसा पानी
यमुना नदी के आसपास जिले के 50 से ज्यादा गांव हैं. कुछ गांव निचले इलाके में बढ़ते हैं. यदि यमुना नदी में जलस्तर बढ़ता है तो वहां पर पानी आ जाता है. बारकपुर गांव के लोग जब सुबह नींद से उठे तो उन्होंने देखा कि उनका गांव पानी पानी हो चुका है . निवर्तमान सरपंच प्रवीण कुमार का कहना है कि उनका गांव यमुना से थोड़ी ही दूर है. सुबह जब उठे तो देखा कि गांव में यमुना नदी का पानी आ गया है उन्होंने गांव वालों से घर में ही रहने को कहा तथा प्रशासन को भी इस बारे में जानकारी दी.