कहते हैं मन में कुछ करने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती. इन्ही पंक्तियों को साबित कर दिखाया है चरखी दादरी के कस्बा बाढड़ा निवासी 72 बुजुर्ग एथलेटिक्स खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने. युवाओं जैसा जज्बा लिए रामकिशन ने एक बार फिर अपनी खेल प्रतिभा का लोहा मनवाया है. 72 वर्षीय इस बुजुर्ग खिलाड़ी ने इंडियन एथलेटिक्स मीट द्वारा आयोजित नॉर्थ जॉन एथेलेटिक्स प्रतियोगिता में अपने दो पौत्र लविश और रवि शर्मा व पौत्री मुस्कान के साथ मिलकर 11 गोल्ड सहित कुल 13 मेडल हासिल किए हैं.
रामकिशन को उनकी इस जीत पर क्षेत्र के लोगों ने बधाई दी. मूल रूप भांडवा निवासी व वर्तमान में बाढड़ा में रह रहे रामकिशन शर्मा ने बीते सात सालों के दौरान स्टेट, नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 159 मेडल हासिल किए हैं. वर्तमान में उन्होंने रोहतक के बोहर में 22 से 24 सितंबर तक आयोजित नॉथ इंडिया मीट प्रतियोगिता में भागदारी की. इस प्रतियोगिता में हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश, उतराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के खिलाडिय़ों ने भाग लिया.
सात राज्यों के प्रतिभागियों के बीच हुई इस एथलेटिक्स प्रतियोगिता में रामकिशन शर्मा ने अपने आयु वर्ग की 60 मीटर दौड़, 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़ व लोंग जंप में पहला स्थान हासिल करते हुए कुल चार गोल्ड मेडल हासिल किए. उनके अलावा उनकी पौत्री मुस्कान ने अंडर -16 में 3 गोल्ड मेडल, रवि शर्मा ने 2 गोल्ड 1 कांस्य पदक व लविश ने 2 गोल्ड व 1 सिल्वर मेडल हासिल किए. बुजुर्ग खिलाड़ी रामकिशन शर्मा ने बताया कि उम्र के इस पड़ाव में युवाओं जैसा की जज्बा है. अब तक वो इंटरनेशनल, नेशनल व स्टेट स्तर पर 159 मेडल जीत चुके हैं. वह अब विदेशी धरती पर भारत के लिए मेडल जीतकर तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर तैयारियों में जुटे हैं. अगर सरकार द्वारा उसे सहायता मिल जाती है तो वह अपना बेहतर प्रदर्शन करेंगे.