राष्ट्रीय ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण में हरियाणा प्रदेश पूरे देश में दूसरे नंबर पर तथा जिला भिवानी पूरे देश के ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान पर आया है। इस उपलब्धि में विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ स्वच्छता सैनिकों, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सामुदायिक सहयोग करने वाले लागों व संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान है।
यह बात पंचायत भवन में शुक्रवार को हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली ने बतौर मुख्य अतिथि जिला स्तरीय स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन 15 सितंबर से लेकर महात्मा गांधी के जन्मदिवस दो अक्टूबर तक पूरे देश में हर साल स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाता है। इस अवधि के दौरान हर गांव में विशेष स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं और लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने व अपने परिवेश को साफ-सुथरा करने बारे रैलियों, सामुदायिक सहयोग व अन्य माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भिवानी जिला का पूरे देश के ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान पर आना यह दिखाता है कि यहां के अधिकारियों के साथ-साथ ग्रामीण जनता में स्वच्छता के बारे में बहुत जागरूकता है। जिले के 22 गांवों में बरसाती व गंदे पानी का विशेष स्ट्रक्चर बनाकर प्रबंधन किया गया है। इसके साथ-साथ जिला के विभिन्न गांवों में अमृत सरोवर परियोजना के तहत जिला के 24 तालाबों का नवीनीकरण व सौदर्यीकरण किया जा रहा है।
ग्रे-वॉटर मैनेजमेंट की तकनीक को अपनाना होगा : बबली
विकास एवं पंचायत अधिकारी देवेन्द्र सिंह बबली ने कहा कि हरियाणा की भाेगोलिक परिस्थितियां हर जिले में अलग-अलग हैं, इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए हमें जिलानुसार ग्रे-वॉटर मैनेजमेंट की तकनीक को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि एक समय था जब गांवों का हर परिवार अपने घर के साथ-साथ सामने की गली को भी साफ-सुथरा रखता था, पंरतु आज हमने सारा कार्य सरकार व प्रशासन पर छोड़ दिया है। सरकार अपना कार्य कर रही हैं, पंरतु लोगोें को भी पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेवारी को समझते हुए अपने परिवेश को साफ रखने में अपना योगदान देना होगा। इस कड़ी में हमें अपने घर के कूड़े का समुचित निपटान करने की तकनीक अपनानी होगी। सरकार शहरों की तर्ज पर गांवों में भी हर घर से कूड़ा उठाने की दिशा में योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 18 हजार तालाब हैं। इन तालाबों के जीर्णोद्वार के लिए फेज अनुसार योजना बनाई गई है। पहले फेज के दौरान प्रदेश के 3400 गांवों के लगभग चार हजार तालाबों का जीर्णोद्घार व सौदर्यीकरण किया जा रहा है। इसमें जिला भिवानी के 24 तालाबों का नवीनीकरण व सौदर्यीकरण किया जा रहा है।
विकास एवं पंचायत मंत्री ने उपस्थित लोगों को स्वच्छता एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग न करने बारे शपथ दिलाई। समारोह में जिला के सभी खंड़ों के दो-दो ग्राम पंचायतों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छता सैनिकों को भी मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिला भिवानी में नहवीन ग्रे-वॉटर स्ट्रक्चर तकनीक के माध्यम से गांवों में गे्र-वॉटर प्रबंधन को दर्शाती हुए एक लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।
14 गांवों के सफाई कर्मचारियों को किया सम्मानित
स्वच्छता ही सेवा जिला स्तरीय कार्यक्रम में भिवानी के सात खंड़ों के 14 ग्राम पंचायतों के सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले कर्मचारियों में बवानीखेड़ा खंड के ग्राम पंचायत कुंगड़ के संजय पुत्र जिले सिंह, भिरटाना गांव के धर्मपाल पुत्र चंद्र सिंह, बहल खंड के ग्राम पंचायत सिघनवा के स्वच्छताकर्मी अमर सिंह पुत्र संतु, बैराण ग्राम पंचायत के दलबीर पुत्र सुलतान, भिवानी खंड की ग्राम पंचायत धनाना-प्रथम के आंनद पुत्र बनारसी, खरक खुर्द के सुनील कुमार पुत्र धर्मबीर सिंह, कैरू खंड की ग्राम पंचायत कैरू-प्रथम की सरोज पत्नी सुरेश, खैरपुरा की संतोष पत्नी सरदारा, लोहारू खंड की ग्राम पंचायत बरवास के पवन कुमार पुत्र बालीराम, बडदू के बलदेव पुत्र दयानंद, सिवानी खंड की ग्राम पंचायत सिवाच की राजो पत्नी सतबीर, मिठी के सतबीर पुत्र दयाल सिंह, तोशाम खंड के ग्राम पंचायत दुलहेड़ी के बालमुंकद पुत्र आनंद प्रकाश तथा साहलेवाला ग्राम पंचायत के सुमेर सिंह पुत्र धूप सिंह शामिल हैं।