2 सगी बहनें रविवार को भगवान शिव के साथ शादी के बंधन में बंध गई। इस अलौकिक विवाह के लिए पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल के ऑडिटोरियम में पंडाल सजाया गया। दूल्हा बने भगवान शिव के साथ ईश्वरीय मंडप में शादी की रस्में पूरी की गईं। इससे पहले पूरे गाजे बाजे के साथ शिव की बारात ऑडोटोरियम में पहुंची थी। फिर वरमाला डालने की रस्म हुई। खुशी खुशी दोनों बहनों ने भगवान शिव को वरमाला डाली और 7 फेरे भी लिए। अब दोनों बहनें जीवन भर शांति, सुख और प्रेम का संदेश देंगी। दोनों बहनों का परिवार ने कन्यादान किया। इस शादी के बाद दोनों बहनें ने अपना पूरा जीवन मानव व समाज कल्याण में बिताने का ऐलान किया।
शिक्षित हैं दोनों बहनें
भगवान शिव से अलौकिक विवाह रचाने वाली दोनों बहनें ओम शांति प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यायल की शिष्या हैं। कैंट के गांव टुंडली की रहने वाली शिवानी व नीरू ने बचा जीवन समाहित में लगाने का फैसला किया था। शिवानी ने गवर्नमेंट कॉलेज से बीसीए नॉन मेडिकल की पढ़ाई की है, जबकि नीरू ने एसडी कॉलेज से बीसीए कर चुकी है। पता चला है कि शिवानी और नीरू दोनों बहनें ब्रह्मकुमारी आश्रम से बचपन से जुड़ी हैं। शिवानी ने बताया कि वह पिछले 11 साल से आश्रम में रह रही। पिता जनरल स्टोर चलाते हैं और भाई एक कंपनी में कार्यरत हैं। 29 वर्षीय शिवानी कंच घर आश्रम और 30 वर्षीय नीरू पंजाब के आश्रम में रहती हैं। इस अलौकिक शादी में रिश्तेदार, आश्रम व गांव के लोग पहुंचे। कार्यक्रम में पंजाब जोन प्रभारी बीके प्रेम दीदी, चंडीगढ़ से उत्तरा दीदी, पंजाब से राजद्रिं दीदी, चंडीगढ़ से कविता दीदी, अंबाला सिटी से मुख्य संचालिका बीके सरोज बहन भी पहुंचीं। इस अलौकिक शादी को देखकर हर कोई हैरान था।
फिर सजी कारों में विदा हुई दुल्हनें
शिव की दुल्हनें बनी दोनों बहनें शादी के उपरांत फूलों से सजी कारों में सवार होकर विदा हुई। इस दौरान परिवार की ओर से दोनों को भावपूर्ण विदाई दी गई। यह नजारा देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। इस विवाह की पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। शादी विवाह की तरह पूरा मंडप सजाया गया था। बैंड बाजे के साथ शिव के बराती यहां पहुंचे थे। उनके खाने पीने की भी खास व्यवस्था की गई थी।