हरियाणा की बॉक्सर जैस्मिन लंबोरिया भारतीय सेना की पहली महिला बॉक्सर बन गई है आज हवलदार के पद पर जैस्मिन ने ज्वाइन कर किया है। हरियाणा के भिवानी जैस्मिन लंबोरिया ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ में सिल्वर मेडल ने जीता था। सेना के अधिकारियों ने जोइनिंग की प्रक्रिया गुजरात के गांधीनगर में जाकर पूरी की। जैस्मिन वहां नेशनल गेम्स में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने के लिए गई हुई है। इस टूर्नामेंट के बाद जैस्मिन लंबोरिया सेना की तरफ से ही खेलेंगी।
दरअसल, हरियाणा की जैस्मिन लंबोरिया को सेना की तरफ से सीधे प्रस्ताव आया था, जिसे उसने तुरंत स्वीकार कर लिया। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद जैस्मिन के नाम सेना की पहली महिला बाक्सर होने का रिकार्ड हो गया है। जैस्मिन को सेना में भर्ती करने की पुष्टि सेना के एक अधिकारी ने भी कर दी है।
बहन जैस्मिन को देख भाई ने भी शुरु की बाक्सिंग
जैस्मिन लंबोरिया भिवानी से हैं। 30 अगस्त 2001 में जैस्मिन का जन्म हुआ। चार भाई-बहनों में जैस्मिन तीसरे नंबर पर हैं। उसके पिता जयबीर होमगार्ड हैं और मां जोगेंद्र कौर गृहिणी है। जैस्मिन ने 2021 में दुबई में आयोजित एशियन बाक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इसी साल इंटरनेशनल बाक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल हासिल किया। हाल ही में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता है। जैस्मिन की उपलब्धियों को देखते हुए भाई जयंत ने भी बाक्सिंग में करियर बनाने का निर्णय लिया है।
हरियाणा की महिला बाक्सर को होगा सबसे ज्यादा फायदा : राजनारायण
हरियाणा बाक्सिंग संघ के प्रवक्ता एवं मोटीवेटर ने बताया कि भारतीय सेना ने मिशन ओलिंपिक स्कीम लागू की है। इस स्कीम के तहत सेना के सभी खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। जिस खेल में टीम नहीं है, उसमें भी टीम बनाई जाएगी। इसी स्कीम के तहत महिला बाक्सर को नियुक्ति दी जा रही है।
जैस्मिन लंबोरिया को हवलदार पद के लिए प्रस्ताव मिला था, जिसने स्वीकार कर लिया। जैस्मिन के अलावा भी कई महिला बाक्सर को प्रस्ताव दिया था, जिसमें कामनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट नीतू घनघस भी शामिल हैं। सेना में महिला बाक्सर की भर्ती से सबसे ज्यादा हरियाणा की बेटियों को फायदा होगा। चूंकि हरियाणा बाक्सिंग का हब है।