पश्चिमी विक्षोभ के कारण केवल हरियाणा के उत्तरी जिलों में 19-21 अक्तूबर के दौरान हल्की बारिश की संभावना बन रही है। इसके बाद 24 को दिवाली तक मौसम साफ व शुष्क रहेगा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मानसून की उत्तर भारत के बड़े हिस्से से विदाई हो चुकी है।
वर्तमान समय में समुद्री सतह से पांच किलोमीटर की ऊंचाई पर एक प्रति चक्रवात (एंटी साइक्लोन), दक्षिण पाकिस्तान व साथ लगते उत्तर अरब सागर और गुजरात और पश्चिमी राजस्थान के इलाकों पर बना हुआ है। नतीजतन उत्तर भारत में उत्तर-पश्चिमी हवाओं का जोर बीते दो दिनों से देखने को मिल रहा है।
धीरे-धीरे इसका विस्तार राजस्थान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में रविवार तक पहुंचने की संभावना बन रही है। पंजाब, राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। अक्तूबर (दीपावली पर्व) तक संपूर्ण इलाके में बारिश की संभावनाएं नहीं हैं।
हरियाणा के उत्तरी जिलों में सीमित स्थानों पर 19-21 अक्तूबर के दौरान हल्की बारिश की संभावना बन रही है। न्यूनतम तापमान भी 1वहीं, अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 18 अक्तूबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने की संभावना है, जिसकी वजह से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने और उत्तरी मैदानी राज्यों में हल्की बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है।
मौसम में आए परिवर्तन से सुबह के समय इस दौरान हल्का कुहासा भी देखने को मिलेगा। बंगाल की खाड़ी पर 22 अक्तूबर को एक दबाव बनने जा रहा है, जिसकी वजह से पूर्वी भारत के राज्यों पर असर देखने को मिलेगा। इस दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में केवल आंशिक बादलवाई देखने को मिलेगी।
9 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने लगा है। शनिवार को हरियाणा में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 16 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है।
वहीं, अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। 18 अक्तूबर को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने की संभावना है, जिसकी वजह से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने और उत्तरी मैदानी राज्यों में हल्की बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है।
मौसम में आए परिवर्तन से सुबह के समय इस दौरान हल्का कुहासा भी देखने को मिलेगा। बंगाल की खाड़ी पर 22 अक्तूबर को एक दबाव बनने जा रहा है, जिसकी वजह से पूर्वी भारत के राज्यों पर असर देखने को मिलेगा। इस दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में केवल आंशिक बादलवाई देखने को मिलेगी।
इस साल भी ला-नीना का प्रभाव जारी है, जिसकी वजह इस बार ठंड अच्छी होने की संभावना है। अबकी बार हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में ठंड लंबे समय तक रहने के आसार भी है। इस बार नवंबर और दिसंबर महीने में पश्चिमी विक्षोभ भी अधिक सक्रिय रहेंगे। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, हिसार, फतेहाबाद में न्यूनतम तापमान 15.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना बन रही है