शायद ही कोई होगा जो फोगाट बहनों को नहीं जानता होगा। गीता, बबीता और उनकी चचेरी बहन विनेश ने वाकई देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा किया है। ये बहनें आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं और लोग भी उन्हें खूब व सम्मान देते हैं। वहीं अब इनके गाँव बलाली से भी कई बड़ी खबर सामने आ रही हैं।
गांव में बढ़ गई लड़कियों की संख्या
बताया जा रहा है कि इस गाँव में लिंगानुपात में काफी सुधार आया है लेकिन अभी भी इस गाँव में कई समस्या हैं। इस गाँव में बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए पैदल 3.5 किमी का सफर करना पड़ता है। इतना ही नहीं गाँव में पेयजल की भी उचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है। आइए जानते हैं खबर से जुड़ी खास बातें
बलाली गाँव में सुधर रहा है लिंगानुपात
फ़ौगाट बहने आज सिर्फ हरियाणा के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रेरणा बन चुकी हैं। इन बहनों के सहारे बेटियों को लेकर जागरूकता भी फैलाई जा रही है जिससे बलाली गाँव को फायदा होता हुआ नज़र आ रहा है। बता दें कि इस बार इस गाँव के लिंगानुपात में काफी सुधार देखने को मिला है। पिछले साल आंकड़ा 722 था जो इस साल बढ़कर 1429 हो चुका है। वहीं कई सरकारी योजनाओं से भी बेटियों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।
हालांकि गाँव में अभी भी है कई सुविधाओं का आभाव
बता दें कि अभी भी गाँव में कई सुविधाओं का अभाव है। गाँव में 8वीं से आगे कोई स्कूल नहीं है जिसके कारण 125 बच्चों को पढ़ाई के लिए 3.5 किमी दूर झोझू गांव जाना पड़ता है। इनमें 60 बेटियाँ भी है जो पैदल इस सफर को रोजाना तय करती हैं। बलाली में पहले एक प्राथमिक पाठशाला थी जिसे 2005-06 में अपग्रेड कर मिडिल स्कूल बनाया गया लेकिन तब से अब तक कोई अपग्रेड नहीं किया गया है। वहीं पेयजल को लेकर भी बड़ी समस्या सामने आ रही है। लोगों को पीने के लिए सही पानी नहीं मिल पा रहा है।