दिल्ली से सटे गुरुग्राम में देश का पहला हेली हब बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। यहां से हेलीकॉप्टर न सिर्फ पूरे देश में उड़ान भर सकेंगे बल्कि यहां पर देश का सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर पार्किंग भी बनेगी। यहां पर मरम्मत व ईंधन भरवाने की सुविधा भी मौजूद होगी। इस हेली हब को बनाने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रलय से मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। साथ ही हरियाणा सरकार ने द्वारका एक्सप्रेसवे पर इसके लिए 25 एकड़ जमीन भी निर्धारित कर दी है। अब इस हेली हब को विकसित करने के लिए केंद्र से सहयोग मांगा गया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि, जल्द ही इसकी व्यावहारिकता की जांच करा सहयोग की घोषणा कर दी जाएगी।

बता दें कि, गुरुग्राम में विकसित होने जा रहे इस हेली हब से हेलीकॉप्टर दिल्ली-एनसीआर के अलावा दूसरे राज्यों के लिए भी अपनी क्षमता के अनुसार उड़ान भर सकेंगे। गुरुग्राम में बनने वाले इस हेली हब में एक साथ 30 से 35 हेलीकॉप्टर खड़े हो सकेंगे। इस संबंध में हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्तृत जानकारी ली थी। गुरुग्राम के इस हेली हब का सबसे ज्यादा फायदा उन विमानन कंपनियों को होगा, जिन्हें नई दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर खड़ा करने के लिए जगह नहीं मिल पाती है। ऐसे में उन्हें हेलीकॉप्टर को जयपुर हवाईअड्डे पर पार्क करना पड़ता है।

हेली हब पर मिलेगी ये सुविधाएं
इस हेली हब को विकसित करने के लिए अभी तक कोई डेडलाइन तय नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि, 2025 तक इसे विकसित कर लिया जाएगा। इस हेली हब पर हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने से लेकर लैंडिंग, पार्किंग, मरम्मत, ईंधन भरने की सुविधा मिलेगी। यहां से निजी विमानन कंपनियां दूसरे शहरों व राज्यों में आम यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर सकेंगी। यहां से उड़ान भरने पर हेलीकॉप्टर के ईंधन पर लगने वाले 21 फीसद वैट की जगह हरियाणा सरकार एक फीसद वैट वसूलेगी। हरियाणा सरकार को उम्मीद है कि, यहां पर हेली हब शुरू होने के बाद गुरुग्राम के हजारों लोगों को रोजगार मिलने के साथ डेवलपमेंट भी होगा।