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हरियाणा सरकार की मदद से किसान शुरू करें यह बिजनेस, एक पेड़ से ही होगी 5 लाख की कमाई

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भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन क्या किसान भाई पैसे कमां पा रहे हैं। आज हम खेती से जुड़ा एक ऐसा बिजनेस आइडिया (farming business idea) लेकर आए हैं, जिसे शुरू करने के बाद किसान हर महीने मोटी कमाई कर सकेंगे। खास बात यह है कि इस बिजनेस में मामूली सा शुरुआती निवेश करना होगा और फिर सालों-साल मुनाफा होगा। विशेषकर हरियाणा में तो इस बिजनेस से किसानों को जोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से योजना भी चलाई जा रही है।

दरअसल हम चंदन की खेती के बिजनेस प्लान (sandalwood cultivation business plan) के बारे में बात कर रहे हैं। भारतीय बाजार में चंदन की डिमांड काफी अधिक है। चंदन की लकड़ियां काफी महंगे भाव पर बिकती हैं। साथ ही चंदन से कई आयुर्वेद, ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी बनाए जाते हैं। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, चंदन की खेती को एक लाख रुपये के निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है। 10-15 साल के बाद आपको चंदन का पेड़ कई गुना अधिक मुनाफा देगा। केवल एक पेड़ से ही आपकी 5 लाख की कमाई कर सकते हैं। बता दें कि चंदन की खेती करने के लिए हरियाणा सरकार सहायता दे रही है। सरकार की तरफ से पौधे को खरीदने, ड्रिप इरिगेशन सिस्‍टम और पानी के टैंकर बनाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। सरकार की योजना का फायदा उठाकर किसान इस बिजनेस को काफी कम खर्च से शुरू कर सकते हैं।

निवेश और कमाई



चंदन का पौधा आपकी किसी भी नर्सरी में 100 से लेकर 150 रुपये के आसपास मिल जाएगा क्योंकि चंदन एक परजीवी पौधा है, तो यह जमीन पर खुद जिंदा नहीं रह सकता। इसके लिए आपको होस्ट पौधा खरीदना होगा, जोकि आपको 50 रुपये तक की कीमत पर मिल जाएगा। करीब 15-20 साल के बाद पेड़ की लकड़ियों को काटा जा सकता है। एक पेड़ से 15-20 किलो लकड़ी आराम से निकल जाती है। बाजार में चंदन की लकड़ी 26 हजार से 30 हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। यानी कि एक पेड़ से किसान 5-6 लाख रुपये आराम से बना सकता है।

चंदन की खेती शुरू करने का तरीका


किसान चंदन की खेती को ऑर्गेनिक (organic farming) और परंपरागत तरीके से शुरू कर सकते हैं। ऑर्गेनिक तरीके से पेड़ को तैयार होने में 10 से 15 साल लग जाते हैं, जबकि परंपरागत तरीके से 20-25 साल में पेड़ तैयार हो जाएगा। 8 साल के बाद पेड़ से खुशबू आने लगती है, जिसके बाद आपको इन पेड़ो की सुरक्षा करनी होगी।

Anila Bansal
Anila Bansal
I am the captain of this ship. From a serene sunset in Aravali to a loud noisy road in mega markets, I've seen it all. If someone asks me about Haryana I say "it's more than a city". I have a vision for my city "my Haryana" and I want people to cherish what Haryana got. From a sprouting talent to a voice unheard I believe in giving opportunities and that I believe makes a leader of par excellence.

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