कहते हैं कि मन में कुछ कर दिखाने का जज़्बा हो तो व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानता और अपनी सपनों को पूरा करता है। इन वाक्यों को चंडीगढ़ के सेक्टर 25 में रहने वाली एक होनहार बेटी ने सही साबित कर दिया है। इनका नाम प्रिया है जो आज कई लोगों के लिए उनकी प्रेरणा बन चुकी हैं।
हाल ही में प्रिया ने मेडिकल परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की है और उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला भी मिल चुका है। प्रिया के पिता भी सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करते हैं इसलिए प्रिया के लिए भी सपनों को पूरा करना आसान नहीं था। आइए जानते हैं प्रिया के इस सफर से जुड़ी खास बातें
सफाई कर्मचारी की बेटी बनेगी डॉक्टर
चंडीगढ़ के सेक्टर 25 में रहने वाली प्रिया ने अपनी कड़ी मेहनत से वाकई अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है। प्रिया ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल की है और उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए दाखिला भी मिल चुका है। प्रिया के पिता सरकारी पोलिटेकनिक में सफाई कर्मचारी का काम करते हैं लेकिन उन्होंने कभी अपनी बेटी की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज प्रिया ने भी अपने पिता का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है।
कोचिंग दिलाने तक के नहीं थे पैसे
प्रिया ने 6वीं क्लास में ही डॉक्टर बनने का सपना देख लिया था। प्रिया डॉक्टर बनकर ही लोगों की मदद करना चाहती थी। 12वीं के दौरान ही प्रिया ने नीट की कोचिंग लेना भी चाहा लेकिन कोचिंग लेने के लिए उनके पास पैसे ही नहीं थे तब प्रिया के पिता ने उन्हें पुणे के दक्षिणा फ़ाउंडेशन में भेजा। प्रिया के टीचर्स ने भी इस सफर में उनका काफी साथ दिया और आज इसका परिणाम हम सभी के सामने हैं। इस सफलता के लिए प्रिया ने कड़ी मेहनत भी की है।