हरियाणा में उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा योग सहायकों को लेकर जरुरी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आदेशानुसार अब योग सहायकों को शाम की योग कक्षाएं लोगों की आसानी से पहुंच वाले स्थानों पर लगानी होगी. उन्होंने कहा कि सुबह के समय आयोजित होने वाली योग कक्षाएं व्यायामशाला में लगती है, जो गांवों से दूरी पर स्थित होने के चलते महिलाओं एवं बच्चों की पहुंच से दूर हो जाता है. ऐसे में शाम के समय आयोजित होने वाली योग कक्षाएं लोगों की आसानी से पहुंच वाली जगहों पंचायत घर, चौपाल या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर लगाने के आदेश दिए गए हैं.
शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इन योग कक्षाओं में कम से कम 50 लोगों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाए. उन्होंने बताया कि आयुष योग सहायकों का 2 घंटे सुबह तथा 2 घंटे शाम का समय योगशालाओं और बाकी समय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, वेलनैस सेंटर, डिस्पेंसरी इत्यादि में कार्य के लिए निर्धारित किया गया है. इसके अलावा योग व्यायामशालाएं स्वास्थ्य केंद्र, वेलनैस सेंटर से 10 किलोमीटर से दूरी पर स्थित है तो आयुष योग सहायकों को शिक्षा विभाग के नजदीकी स्कूलों में शिक्षण, प्रशिक्षण का काम करने के निर्देश दिए गए हैं.
सरकारी प्रवक्ता ने आगे बताया कि जहां भी योग सहायक कार्य कर रहे हैं, वो अपने आसपास के गांवों में व्यक्तिगत स्तर पर जनसंपर्क अभियान चलाए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को योग कक्षाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करें. इसके अलावा शहरी क्षेत्र के पार्क एवं सोसायटी में योग कक्षाएं आयोजित करने के लिए निमित्त रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन से सम्पर्क करें. इसके अलावा प्रदेशभर में चल रही सभी योग कक्षाओं का डाटा एकत्रित करने तथा उनकी उपस्थिति रिपोर्ट जिला आर्युवेदिक अधिकारी के माध्यम से जिला उपायुक्त एवं आयुष विभाग एवं हरियाणा योग आयोग को भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के हरेक ज़िले में आयुष योग केंद्र स्थापित करने के लिए योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से आमजन को प्राथमिक स्वास्थ्य का लाभ मिले, इस दिशा में ज़रुरी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग करना बेहद जरूरी है. यदि हम स्वस्थ जीवन की कल्पना करना चाहते हैं तो हमें अपने जीवन में योग को अपनाना होगा.