यमुना को साफ़ करने का अभियान अलग अलग जगहों पर चलाया जा रहा है। प्रदूषण के कारण यमुना की हालत काफी खराब हो रही है। यमुना में भी सफ़ेद झाग देखने को मिल रहे हैं जो यमुना के जहरीलेपन क दिखा रहे हैं। ये सब मानवीय गतिविधियों के कारण ही हो रहा है। वहीं सरकारें भी इस मामले में काम कर रही हैं।
वहीं अब बताया जा रहा है कि हरियाणा से यमुना में गिरने वाले दूषित पानी के नाले को भी बंद किया जाने वाला है। इसके लिए किसानों ने अपने कंधों पर ही जिम्मा लिया है। वहीं किसानों ने प्रशासन को भी इसे लेकर आगाह कर दिया है। आइए जानते हैं खबर को विस्तार से

हरियाणा में भी यमुना को किया जाएगा साफ
हरियाणा में भी कई जगहों पर यमुना प्रदूषित हो रही है। इसके लिए सरकारों द्वारा भी कमा किया जा रहा है। लेकिन अब किसानों ने भी इसका जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया है। हाल ही में बागपत के बदरखा गाँव में भाकियू अराजनैतिक पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें किसानों ने भी हरियाणा से यमुना में गिरने वाले दूषित पानी के नाले को न रोकने पर गुस्सा जाहीर किया है। वहीं अब किसानों ने कहा है कि इस नाले को अब वे खुद हो रोकेंगे। इस बैठक में आस पास के गाँव के कई किसानों ने भी भाग लिया है।

इसके अलावा भी किसानों ने कई मुद्दों पर जताई नाराजगी
इस दौरान कई वक्ताओं ने कहा है कि नलकूपों पर विद्युत मीटरों को लगाकर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। वहीं किसानों का कहना है कि जो गंदा नाला यमुना में गिर रहा है वे यमुना को प्रदूषित कर रहा है और इससे कई बीमारियाँ भी फैल रही हैं। लेकिन कई बार मांग के बाद भी इसे बंद नहीं किया गया है। इसलिए अब किसानों ने इसे खुद ही बंद करने का फैसला किया है।