अभी हाल ही में गीता महोत्सव के चलते राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार हरियाणा के कुरुक्षेत्र आई। यहां पर उन्होंने पूरे श्रद्धा भाव से कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थलों के दर्शन किए।
उन्होंने ब्रह्मसरोवर तीर्थ का पूरे श्रद्धा भाव से पूजन किया। इसी दौरान ब्रह्मसरोवर की महत्ता से सीएम मनोहर लाल खट्टर और पुजारी पंडित बलराम गौतम ने राष्ट्रपति को
अवगत कराया। सीएम ने उनको बताया कि ब्रह्मसरोवर पर सूर्यग्रहण का मेला लगता है, जिसमें श्रद्धालु के साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल होते हैं।प्रत्येक अमावस के दिन भी लोग यहां पूजा-अर्चना करते हैं।
इसी के साथ उन्होंने सूर्य को अर्घ्य देते अपने पूर्वजों के मोक्ष की कामना करी। राष्ट्रपति अपने पूर्वजों को याद करने के दौरान वह भावुक हो गईं और उनकी आंखो में आसू आ गए।जानकारी के लिए बता दें कि अपने काफिले के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह 11:45 बजे ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग पहुंचीं। जहां पर उन्होंने मंत्रोच्चार और पूरे विधि-विधान के साथ ब्रह्मसरोवर पर पूजन किया।
पूजा कराने वाले पंडित ने बताया कि,” जैसे उन्होंने पुजा के दौरान पितृ मोक्ष मंत्र का जाप करते हुए राष्ट्रपति को पूर्वजों का ध्यान करके उनके मोक्ष की कामना के लिए कहा तो उनकी आंखें नम हो गईं, मगर इसके बाद राष्ट्रपति ने खुद को संभाला और चश्मा उतारकर आंखों को साफ किया।”
उसके बाद राष्ट्रपति ने ब्रह्मसरोवर की महत्ता जानकर तीर्थ को हाथ जोड़कर प्रणाम किया। यहां पर पूजा करने के बाद राष्ट्रपति ने श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ के नजदीक चल रहे गीता यज्ञ में भी पूर्णाहुति डाली। बता दें कि इस दौरान उनके साथ सीएम मनोहर लाल खट्टर,हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और स्वामी ज्ञानानंद मौजूद थे।