हरियाणा में स्थित अरावली की पहाड़ियां विश्व की सबसे पुरानी पहाड़ियों में से एक है। इसके साथ ही अरावली की इन पहाड़ियों में कई तरह वन जीव भी रहते हैं। यहां पर बहुत तरह के वन जीव तो रहते हैं, लेकिन उनको संरक्षण नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से कुछ घायल और बीमार वन जीवो को अपनी जान गंवानी पड़ती है।
लेकिन अब हरियाणा सरकार उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक कदम उठाने जा रही है, जिसके तहत अब जल्द ही सोहना के नजदीक एक नया रेस्क्यू सेंटर बनाए जाएगा। इस रेस्क्यू सेंटर में अरावली के वन जीवो की सुरक्षा की जाएगी। वन विभाग के वन्यजीव शाखा ने इस नए रेस्क्यू सेंटर के लिए योजना बनाने का काम शुरू कर दिया है।
इस रेस्क्यू सेंटर की योजना को मंजूरी मिलने के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा जाएगा। इस रेस्क्यू सेंटर के साथ ही वन विभाग अरावली में जंगल सफारी बनाने का काम भी कर रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते कुछ सालों में अरावली की पहाड़ियों में वन जीवों की संख्या बढ़ी है। उनकी बड़ती संख्या को देखते हुए यह रेस्क्यू सेंटर बनाया जा रहा है,ताकि उनकी ठीक ढंग से सुरक्षा की जा सके।
इस रेस्क्यू सेंटर को सोहना के नजदीक 30 40 किलोमीटर के दायरे में बनाया जाएगा। क्योंकि इसी दायरे में ही वन जीव रहते है। वैसे इन रेस्क्यू सेंटर को इस मकसद से बनया जा रहा है, ताकि आवश्यक जीव को जल्द से जल्द उपचार के लिए लाया जा सके। इसी के साथ आपको बता दें कि वन जीवो को उपचार के बाद वापस जंगलों में छोड़ दिया जाएगा।
अरावली मे वन जीवों की संख्या
वन्यजीव संख्या
भेड़िया 3
लोमड़ी 4
तेंदुआ 31
सेहली 91
जंगली बिल्ली 26
लंगूर 2
लकड़बग्घा 126
बिज्जू 61
नेवला 50
गीदड़ 166
इस रेस्क्यू सेंटर को बनाने के साथ ही हरियाणा सरकार एक अरावली सफारी पार्क भी बना रही है। इस सफारी पार्क को हरियाणा के नूह और गुरुग्राम जिले में विकसित किया जाएगा। जिसमे नूह जिले के 6 गांव और गुरुग्राम जिले के 10 गांव को शामिल किया जाएगा। इन गांव में खंडेवला, गंगवानी, भंगो, चाहलका, मोहम्मदपुर अहिर,खरक जलालपुर,नरसिंहपुर, सकतपुर, घामरोज, टिकरी, भोंडसी, और गेबतपुर बास गांव शामिल हैं।