हरियाणा के युवाओं में खेल के प्रति बढ़ती हुई दिलचस्पी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने एक बहुत बड़ा फ़ैसला लिया है। इस फैसले के तहत सरकार ने देश का पहला
हाई परफार्मेंस सेंटर हरियाणा में बनाने का फ़ैसला लिया है।
बता दें कि इस हाई परफार्मेंस सेंटर को तीरंदाजी के खिलाड़ियों के लिए बनाया जा रहा हैं। देश के खिलाड़ियों को इस सेंटर में विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी, इसे करीब
48 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। तीरंदाजों को इस सेंटर के बनने के बाद से ट्रेनिंग के लिए कोरिया या किसी अन्य देश में नहीं जाना पड़ेगा।

साई की कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा ने बताया कि,”भारतीय खेल प्राधिकरण के बहालगढ़ स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्ता केंद्र में देश का पहला तीरंदाजी हाई परफार्मेंस सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें देशभर के तीरंदाजों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। खिलाड़ियों को अभ्यास या प्रशिक्षण के लिए विदेश नहीं जाना पड़ेगा। इस पर 48 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसकी आधारशिला बीते शनिवार को खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने साई सोनीपत में रखी है। इस अवसर पर गृह व खेल राज्यमंत्री नितीश प्रमाणिक भी उनके साथ मौजूद रहे। इसके अलावा सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक, राई के विधायक मोहन लाल बड़ौली व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।इस तीरंदाजी सेंटर के साथ ही खेलमंत्री ने 5 करोड़ की लागत से बने हाकी मैदान में नए एस्ट्रोटर्फ का भी शुभारंभ भी किया।

देशभर के तीरंदाजों के लिए इस सेंटर में मांस-पेशियों की हरकत की निगरानी, हार्ट वेव मैपिंग,ब्रेन मैपिंग और ट्यूनिंग के लिए हाईटेक उपकरण लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं केंद्र में वीडियो विश्लेषण की भी सुविधा दी जाएगी। जिसके लिए केंद्र में विभिन्न एंगल्स पर छह हाई क्वालिटी कैमरे लगाए जाएंगे।
इसी के साथ साई के हाई परफार्मेंस डायरेक्टर संजीवा सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि,” भारत में फिलहाल पुआल और रबड़ से बने टारगेट का इस्तेमाल किया जाता है, ये टारगेट गर्मी-सर्दी और बारिश के कारण जल्दी ही खराब हो जाते हैं। लेकिन हाई परफार्मेंस सेंटर बनने के बाद इन टारगेट की जगह पालीफोम के टारगेट का इस्तेमाल किया जाएगा। क्योंकि ये टारगेट जल्दी खराब नहीं होते हैं और इन पर तीरों का भी कम प्रभाव पड़ता है।”