हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद निशाने पर आए मंत्री संदीप सिंह ने नैतिक आधार पर अपना पद छोड़ दिया है, उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को अपनी छवि खराब करने की कोशिश बताया है। संदीप सिंह ने 3 साल पहले ही अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। पूर्व ओलंपियन और कुरुक्षेत्र के पेहवा से पहली बार विधायक बने संदीप सिंह ने उम्मीद जताई है कि मामले की विस्तारपूर्वक जांच होगी।
महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच ने करी शिकायत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा राज्य की महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच की शिकायत पर 31 दिसंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 थाने में संदीप सिंह के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गयी थी। इसके एक दिन बाद ही खेल मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने अंबाला में गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की और महिला कोच ने अनिल विज से कहा कि मंत्री संदीप सिंह ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। संदीप सिंह पर महिला कोच को बंधक बनाने और धमकाने का भी आरोप लगा है। बता दे कि संदीप सिंह अक्टूबर 2019 में पहली बार कुरुक्षेत्र के पेहवा से विधायक बने थे। पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी संदीप ने कुरुक्षेत्र के पेहवा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मनदीप सिंह को 5,314 वोटों से हराया था।
मंत्री संदीप सिंह ने इस्तीफा दिया
गौरतलब है कि हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने राज्य की एक महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच द्वारा उत्पीड़न के आरोपों के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि मंत्री सिंह के पास प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी विभाग भी है। हालांकि उन्होंने अभी तक कैबिनेट से इस्तीफा नहीं दिया है। न्यूज एजेंसी एनआईए ने संदीप सिंह के हवाले से लिखा है,
“मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। मुझे उम्मीद है कि मुझ पर लगाए गए झूठे आरोपों की गहन जांच होगी। जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती, मैं इसकी जिम्मेदारी लूंगा। मैं मुख्यमंत्री को खेल विभाग सौंपता हूं।”