आज के समय में हरियाणा की जेले पूरी तरह से बदल चुकी हैं, कैदियों को अच्छा खाना दिए जानें के साथ ही उनसे अच्छे काम भी कराए जा रहे हैं। ताकि उनके उनके अंदर कुछ अच्छे बदलाव आए। उन से पैट्रोल पंप पर पैट्रोल भरने जैसे काम से लेकर जेल में फूलों की खेती कराने जैसा काम करवाया जाता हैं।

बता दें कि इस समय प्रदेश के 9 डिस्ट्रिक की 9 जेलों, शुगर मिलों और सरकारी कार्यालयों में और कहीं के फूल नही बल्कि जींद की जेल में कैदियों द्वारा तैयार किए रंग-बिरंगे फूल ही अपनी महक फैला रहें हैं। जिंद की जेल में कैदियों ने अब तक 11 किस्म के फूलों के एक लाख से भी ज्यादा पौधे तैयार किए हैं।

फूलों की इन किस्मों में गुलाब, गजेनिया, स्टॉक पर्पल, कैलेनडूला जैसी किस्में शामिल हैं। इन तैयार किए गए पौधो को अलग अलग जगहों पर भेजा जा चुका है। इसके साथ ही इन फूलों की महक से जेल का भी वातावरण बदल जाता हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कैदियों से जेल में काम कराया जाता हैं,इस काम के बदले उन्हे मेहनताना दिया जाता हैं।

सब कामों से अलग हट कर चार साल पहले जींद की जेल में फूल की खेती शुरू की गई थी,लेकिन उस समय इसकी गति धीमी थीं। पर जब से जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने यहां ज्वाॅइन किया और फूलों की अलग अलग किस्मों की खेती करने का प्लान किया है, जबसे ही कैदियों ने लगभग एक लाख से ज्यादा फूलों की पौध तैयार करके अलग-अलग जगहों पर भेज दी है।
इस बारे में जिला कारागार अधीक्षक संजीव कुमार ने कहा कि,” बंदियों से अलग-अलग किस्म के फूलों की पौध तैयार करवाई जा रही हैं। परिसर को हरियाली युक्त रखने पर फूलों की खुशबू से बंदियों को स्वस्थ वातावरण उपलब्ध करवाया जा रहा है, ताकि वह तनाव मुक्त रहकर अपनी सजा पूरी कर सकें। इससे बंदियों में सकारात्मकता भी आती है।”