Surajkund मेला शुरू हो चुका है, इस बार भी हर साल की तरह अलग अलग राज्यों के कलाकारो ने अपने राज्य की संस्कृति की झलक दिखाने के लिए हिस्सा लिया है। इतने राज्यो के कलाकारों के होने के बावजूद भी हरयाणवी कलाकार Surajkund मेले में अपनी संस्कृति की एक अलग ही झलक बिखेर रहे हैं।
दरअसल हम बात कर रहे हैं हरियाणा की ब्रजलोक कला परिषद् नगाड़ा पार्टी की, इस नगाड़ा पार्टी ने पूरे मेले में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई हुई है। आपकों इस नगाड़ा पार्टी के पास एक अनोखी नाचती गाती जनता देखने को मिल जाएंगी। ये नगाड़ा पार्टी पूरे दिन मेले में लोगों के लिए नगाड़ा बजाती है, हरयाणवी लोक गीत गाती और हरयाणवी लोक नृत्य करती है।
इस नगाड़ा पार्टी के लीडर हरेंद्रसिंह से बातचीत करने पर उन्होंने हमें बताया कि,”वे लोग सारा दिन लोगों के मनोरंजन और लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने के लिए नचाते गाते रहते हैं। उनके इस नाचने गाने को लोग भी खूब पसंद करती हैं।”
इसी के साथ उन्होंने अपने बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि,”उनकी यह नगाड़ा पार्टी पिछले 36 सालों से इस मेले में आ रहीं हैं। वे लोग इस काम को पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ा रहें हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इस संस्कृति से रूबरू हो सकें। उनकी इस नगाड़ा पार्टी में 10 लोग है, वहीं पहले की बात करें तो पहले इस पार्टी में 16 लोग हुआ करते थे। Surajkund मेले में रोजाना नगाड़ा बजाने के नगाड़ा पार्टी को पैसे मिलते हैं(पार्टी के लीडर को 5 हज़ार रुपए और पार्टी के बाकि के सदस्यों को 2 हज़ार रोजाना)”
जानकारी के लिए बता दें कि ये नगाड़ा पार्टी होडल के गांव बनचारी की है, ये लोग 12 महीनों में से 5-6 महीने यहीं नगाड़ा बजाने का काम करते हैं। फिर बाकि के बचे हुए महीने ये लोग खेतों में जमीदारी करते हैं। सच मे इन लोगों ने राज्य की संस्कृति को बचा के रखा हुआ है।